Gujarat's Khel Mahakumbh 3.0: Over 6,300 athletes shine at state-level athletics meet in Nadiad
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
पिछले दो दशकों में, गुजरात के युवाओं ने खेल प्रतिभाओं को पेशेवर सफलता में बदलकर राज्य को गौरवान्वित किया है, जिसका मुख्य कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूरदर्शी नेतृत्व है. 2010 में, मुख्यमंत्री के रूप में, उन्होंने अग्रणी खेल महाकुंभ पहल की शुरुआत की, जिसने गुजरात की खेल संस्कृति को पुनर्जीवित किया और दूरदराज के क्षेत्रों में भी प्रतिभाओं की खोज की.
सरिता गायकवाड़ और मुरली गावित जैसे एथलीटों ने तब से राज्य को वैश्विक पहचान दिलाई है. उल्लेखनीय है कि 7 मई को मनाया जाने वाला विश्व एथलेटिक्स दिवस फिटनेस और खेलों में युवाओं की भागीदारी को बढ़ावा देता है. खेल महाकुंभ के तहत गुजरात की राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिताएं इस भावना को दर्शाती हैं, जो इसके लक्ष्य का सक्रिय रूप से समर्थन करती हैं. खेल महाकुंभ 3.0 राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 6,300 से अधिक एथलीटों ने भाग लिया.
एक विज्ञप्ति के अनुसार, 14 से 30 अप्रैल तक, खेल महाकुंभ 3.0 राज्य स्तरीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता खेड़ा जिले के नाडियाड में उच्च प्रदर्शन केंद्र में आयोजित की गई थी, जिसमें पूरे गुजरात से लगभग 6,369 एथलीटों ने भाग लिया था.
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में अंडर-9, अंडर-11, अंडर-14, अंडर-17 और ओपन आयु वर्ग के 3,251 लड़कों और 3,118 लड़कियों ने भाग लिया. प्रतियोगिता में स्प्रिंट (30 मीटर से 5000 मीटर), बाधा दौड़ (80 मीटर, 100 मीटर, 110 मीटर, 400 मीटर), लंबी कूद, ऊंची कूद, पोल वॉल्ट, ट्रिपल जंप, शॉट पुट, डिस्कस, भाला, हथौड़ा फेंक, रिले दौड़ और रेस वॉकिंग सहित विविध प्रकार की स्पर्धाएँ शामिल थीं. विजेताओं को उनकी उपलब्धियों के लिए पदक और ट्रैकसूट प्रदान किए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस पहल ने गुजरात में एथलेटिक प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिससे सरिता गायकवाड़, मयूर मालवीय, रुचित मोरी और गावित मुरली जैसे चैंपियन बने हैं. डांग की 'गोल्डन गर्ल' सरिता ने 2018 एशियाई खेलों में महिलाओं की 4x400 मीटर रिले में स्वर्ण पदक जीता, जबकि मुरली गावित ने 2019 एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 10,000 मीटर में कांस्य पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया. गुजरात सरकार ऐसी असाधारण प्रतिभाओं को समर्थन देने के लिए समर्पित है.
आज, गुजरात सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण की साझेदारी में आयोजित खेल महाकुंभ एशिया का सबसे बड़ा जमीनी स्तर की प्रतिभा पहचान और विकास कार्यक्रम बन गया है. सभी आयु समूहों में लाखों एथलीटों की भागीदारी के साथ, यह आयोजन लगातार आगे बढ़ रहा है. खेल महाकुंभ 2.0 में 53.66 लाख से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया और अपने प्रदर्शन के लिए मौद्रिक पुरस्कार प्राप्त किए. विज्ञप्ति में कहा गया है कि पिछले दो दशकों में गुजरात सरकार ने राज्य भर में भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढाँचा विकसित किया है.
2002 में 2.5 करोड़ रुपये से लेकर 2024 में खेल बजट बढ़कर 352 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है. मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, एक मजबूत खेल पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए खेल नीति 2022-2027 पेश की गई. यह नीति गुजरात को खेलों में अग्रणी राज्य बनने की स्थिति में लाएगी, जिससे उसके प्रतिभाशाली एथलीटों के लिए अधिक अवसर खुलेंगे.