बर्मिंघम/ भरत शर्मा
भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने एक बार फिर अपनी शानदार फॉर्म का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन संयम और कौशल से सजी लगातार दूसरी शतकीय पारी खेली. एडबस्टन के बल्लेबाज़ी के अनुकूल पिच पर गिल की नाबाद 114 रनों की पारी की बदौलत भारत ने दिन का खेल खत्म होने तक पांच विकेट पर 310 रन बना लिए हैं.
गिल के साथ रवींद्र जडेजा 67 गेंदों में 41 रन बनाकर क्रीज़ पर डटे हुए हैं और दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 99 रनों की अटूट साझेदारी हो चुकी है. कप्तान गिल ने शोएब बशीर की गेंदों पर लगातार स्वीप शॉट खेलते हुए अपना शतक पूरा किया.
भारत ने इस मुकाबले में तीन ऑलराउंडरों के साथ उतरने का फैसला किया, जिसमें कुलदीप यादव और जसप्रीत बुमराह को आराम दिया गया है. टीम मैनेजमेंट की योजना 500 रनों के करीब पहुंचने की है, ताकि बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाज़ी में दबाव कम हो.
पहले दिन की अन्य अहम पारियों की बात करें तो यशस्वी जायसवाल ने 107 गेंदों में 13 चौकों की मदद से 87 रन बनाए लेकिन शतक से चूक गए. उन्हें बेन स्टोक्स ने विकेट के पीछे जैमी स्मिथ के हाथों कैच कराया. पहले सत्र में केएल राहुल (2 रन) क्रिस वोक्स की गेंद पर आउट हो गए, जबकि करुण नायर (31) को ब्रायडन कार्स ने लंच से ठीक पहले चलता किया.
दूसरे सत्र में भारत ने जायसवाल का विकेट गंवाते हुए 84 रन जोड़े. इसके बाद रिषभ पंत और नीतिश रेड्डी भी अंतिम सत्र में आउट हुए. पंत ने 42 गेंदों में 25 रन बनाए और बशीर की गेंद पर लांग ऑन पर जैक क्रॉली को कैच दे बैठे, वहीं रेड्डी (1 रन) को वोक्स ने बोल्ड किया.
कप्तान शुभमन गिल ने अपनी पारी के दौरान ब्रायडन कार्स की एक ज़ोरदार एलबीडब्ल्यू अपील से बचते हुए इंग्लैंड के एकमात्र स्पिनर शोएब बशीर को एक्स्ट्रा कवर में चौका जड़ा. पंत ने भी बशीर को मिड ऑन के ऊपर से शानदार छक्का मारा.
तेज गेंदबाज़ों को पहले घंटे में सीम मूवमेंट तो मिली, लेकिन स्विंग कम थी. कार्स ने यशस्वी को बॉडी लाइन गेंदें डालने की कोशिश की, जिसका इस युवा बल्लेबाज़ ने साहसिक तरीके से सामना करते हुए कवर ड्राइव और पुल शॉट्स के जरिए करारा जवाब दिया.
भारत की प्लेइंग इलेवन में इस बार साइ सुदर्शन की जगह वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की जगह नीतिश रेड्डी को शामिल किया गया है. तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप को भी टीम में मौका मिला है, जबकि पहले टेस्ट में विकेट के लिए जूझ रहे कुलदीप यादव को बाहर रखा गया है. कुलदीप को लगातार नजरअंदाज करने के फैसले पर अब सवाल उठने लगे हैं.
भारत की स्थिति पहले दिन के अंत तक मजबूत दिख रही है, लेकिन बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाज़ों को अतिरिक्त ज़िम्मेदारी निभानी होगी, वहीं बल्लेबाज़ों पर 500 के करीब स्कोर खड़ा करने का दारोमदार रहेगा.