आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, लॉस एंजल्स में होने वाले 2028 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को आधिकारिक रूप से शामिल कर लिया गया है. यह दूसरी बार होगा जब क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा बनेगा. इस बार मुकाबले टी-20 फॉर्मेट में खेले जाएंगे और कुल छह टीमें इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी.
क्रिकेट के ओलंपिक इतिहास पर नजर डालें तो इसकी शुरुआत 1896 में होनी थी, जब एथेंस में पहले आधुनिक ओलंपिक में क्रिकेट को मेडल स्पर्धा के रूप में शामिल करने की योजना बनी, लेकिन टीमों की कमी के चलते उसे रद्द कर दिया गया. इसके बाद 1900 के पेरिस ओलंपिक में ग्रेट ब्रिटेन और फ्रांस के बीच एकमात्र मैच खेला गया, जिसे ब्रिटेन ने जीता.
दिलचस्प बात यह रही कि उस वक्त खिलाड़ियों को यह भी जानकारी नहीं थी कि वे ओलंपिक स्पर्धा का हिस्सा हैं. बाद में 1912 में इस मुकाबले को औपचारिक रूप से ओलंपिक इवेंट का दर्जा दिया गया. इसके बाद क्रिकेट को ओलंपिक से बाहर रखा गया और अब एक सदी से अधिक के इंतजार के बाद इसकी वापसी हो रही है. क्रिकेट को ओलंपिक में शामिल किए जाने की खबर के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इसे लेकर खुशी जताई है. बोर्ड ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “क्रिकेट अब ओलंपिक आंदोलन में शामिल हो गया है. यह हमारे प्रिय खेल के लिए एक ऐतिहासिक छलांग है.
आईसीसी के चेयरमैन जय शाह ने भी इस मौके पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, “क्रिकेट ने हमेशा हमें एकजुट किया है और अब यह ओलंपिक आंदोलन का हिस्सा है. इस ओलंपिक दिवस पर, आइए खेल की प्रेरक शक्ति का जश्न मनाएं. अपने किसी प्रियजन को चलने, दौड़ने या क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित करें और एक मजबूत, स्वस्थ भारत की ओर कदम बढ़ाएं.
क्रिकेट को दोबारा ओलंपिक में शामिल किया जाना न केवल खेल के वैश्विक विस्तार के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत जैसे क्रिकेट-प्रधान देशों के लिए गर्व का विषय भी है. अब दुनिया भर के दर्शक इस रोमांचक खेल को ओलंपिक जैसे सबसे बड़े मंच पर देखने के लिए उत्सुक हैं.