भुवनेश्वर
एशियाई टेबल टेनिस टीम चैंपियनशिप में भारत की पुरुष टीम ने मंगलवार को दक्षिण कोरिया से 0-3 की हार के बाद छठे स्थान के साथ अपना अभियान समाप्त किया, जबकि महिला टीम को आठवें स्थान से संतोष करना पड़ा।
पुरुष टीम का प्रदर्शन
पुरुष टीम ने अपने पहले वर्गीकरण मैच में उत्तर कोरिया को 3-2 से हराया, लेकिन पांचवें और छठे स्थान के प्लेऑफ में उसे दक्षिण कोरिया से हार का सामना करना पड़ा।इस मुकाबले में मानुष शाह और अंकुर भट्टाचार्जी को आराम दिया गया, और स्नेहित एस. व पायस जैन को मौका मिला।
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मानव ठक्कर को शुरुआती मुकाबले में ओह जुनसिंग से 1-3 से हार का सामना करना पड़ा।
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स्नेहित ने पार्क ग्युह्योन के खिलाफ एक गेम जीता, लेकिन मैच 1-3 से हार गए।
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पायस जैन भी एन जेह्युन के खिलाफ जीत दर्ज नहीं कर सके।
हालांकि छठे स्थान पर रहते हुए भी भारत ने 2027 में होने वाले चैंपियंस डिवीजन टूर्नामेंट में अपनी जगह पक्की कर ली है।
महिला टीम का प्रदर्शन
भारतीय महिला टीम का प्रदर्शन पुरुष टीम की तुलना में कमजोर रहा और वह आठवें स्थान पर रही। इस नतीजे के बाद टीम चैंपियंस डिवीजन से डिवीजन वन में रेलीगेट हो जाएगी।
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उत्तर कोरिया के खिलाफ मुकाबले में मनिका बत्रा और दिया चितले तालमेल नहीं बिठा सकीं।
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मनिका ने चा सू योंग से 1-3 और किम से सीधे गेम में हार झेली।
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यशस्विनी घोरपड़े ने एकल में पाक सू ग्योंग को 3-2 से हराकर उम्मीद दिखाई, लेकिन टीम को हार से नहीं बचा सकीं।
हांगकांग के खिलाफ रोमांचक मुकाबला
हांगकांग के खिलाफ मैच में सीनियर खिलाड़ियों को आराम देकर युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया।
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स्वास्तिका घोष और दिया चितले ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर अच्छा प्रदर्शन किया।
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लेकिन यशस्विनी घोरपड़े और स्वास्तिका, दोनों को अपने-अपने उलट एकल में हार का सामना करना पड़ा।
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अंत में यशस्विनी को लैम से 5 गेम के संघर्ष में हार मिली और भारत का सफर आठवें स्थान पर खत्म हुआ।
अन्य मुकाबलों में
हांगकांग की पुरुष टीम ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे को 3-2 से हराकर फाइनल में जगह बना ली।
इस प्रतियोगिता में भारतीय टीमों का प्रदर्शन मिश्रित रहा—जहां पुरुष टीम ने भविष्य के लिए रास्ता बनाया, वहीं महिला टीम को नए सिरे से सुधार की जरूरत है।