राजगीर (बिहार)
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टोन ने रविवार को एशिया कप की ऐतिहासिक जीत के बाद खिलाड़ियों के प्रदर्शन की जमकर सराहना की। फुल्टोन ने कहा कि उनकी इच्छा थी कि भारत एशिया में नंबर वन बने और इस खिताबी जीत ने उस सपने को पूरा कर दिया।
भारतीय टीम ने फाइनल मुकाबले में गत चैम्पियन दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराकर न केवल आठ साल बाद एशिया कप का ताज अपने नाम किया बल्कि एफआईएच हॉकी विश्व कप 2026 के लिए सीधी क्वालीफिकेशन भी हासिल कर ली। इस जीत में दिलप्रीत सिंह के दो शानदार गोल अहम साबित हुए।
कोच फुल्टोन ने मैच के बाद कहा,“टीम का प्रदर्शन शानदार रहा। लगातार 10 दिन में सात मुकाबले खेलना आसान नहीं होता, लेकिन फिटनेस हमारी सफलता की सबसे बड़ी ताकत रही। मुझे लगता है कि हम बाकी सभी टीमों से शारीरिक रूप से कहीं ज्यादा मजबूत थे।”
फुल्टोन ने कहा कि उनकी योजना शुरू से साफ थी—टीम को एशिया की सर्वश्रेष्ठ बनाना।“हम अपनी टीम में गहराई लाना चाहते थे और अब हम वहां पहुंच रहे हैं। शुरुआत भले ही थोड़ी धीमी रही हो, लेकिन समापन बेहतरीन रहा। खिलाड़ियों ने कमाल की दृढ़ता दिखाई और हमेशा लक्ष्य पर टिके रहे।”
उन्होंने बताया कि टीम हर मैच से पहले विरोधियों पर होमवर्क करती है, लेकिन उससे ज्यादा फोकस खुद के प्रदर्शन को सुधारने पर रहता है।
फुल्टोन ने माना कि एशिया कप से पहले का ऑस्ट्रेलिया दौरा भारत के लिए निर्णायक साबित हुआ।“प्रो लीग में हमारा प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन नतीजे उम्मीद के मुताबिक नहीं आए। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया का दौरा हमारे लिए आदर्श तैयारी रहा। आठ साल में पहली बार हमने वहां अच्छे नतीजे हासिल किए, जिससे आत्मविश्वास बढ़ा।”
कोच ने कहा कि अब टीम का ध्यान आने वाले बड़े टूर्नामेंट्स पर है।“हमें सुल्तान अजलान शाह कप, दक्षिण अफ्रीका दौरा, हॉकी इंडिया लीग और प्रो लीग खेलनी है। इसके बाद अगले साल विश्व कप और एशियाई खेल हैं, जिनके बीच सिर्फ तीन हफ्तों का अंतर है। ऐसे में टीम की गहराई बढ़ाना बेहद अहम है। अगले 12 से 14 महीनों में हमें देखना होगा कि हम कहां खड़े हैं।”
फाइनल में दो गोल दागने वाले दिलप्रीत सिंह की तारीफ करते हुए फुल्टोन ने कहा कि टूर्नामेंट की शुरुआती मैचों में भले ही वे लय में न दिखे हों, लेकिन निर्णायक मुकाबले में उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया।
भारतीय हॉकी टीम की यह जीत न केवल खिताबी सफलता है बल्कि आने वाले समय के लिए मजबूत नींव भी रखती है। अब पूरी निगाहें विश्व कप और एशियाई खेलों में टीम इंडिया के प्रदर्शन पर होंगी।