नई दिल्ली
भारत और पाकिस्तान एक बार फिर क्रिकेट मैदान पर आमने-सामने आने वाले हैं। दोनों टीमें अगले महीने एशिया कप में भिड़ेंगी। इस बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने साफ़ कर दिया है कि अब पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज़ को लेकर भारत से कोई आग्रह नहीं करेगा।
2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट पूरी तरह ठप है। पाकिस्तान कई बार इस सीरीज़ को बहाल करने की कोशिश कर चुका है, लेकिन भारत ने हर बार साफ़ इंकार किया। ऐसे में जब नक़वी से भविष्य की संभावनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने दो टूक कहा कि पीसीबी अब किसी सीरीज़ की मेज़बानी के लिए भारत से नहीं कहेगा।
जय शाह के आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद अब नक़वी एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) के अध्यक्ष हैं और एशिया कप की ज़िम्मेदारी उन्हीं के कंधों पर है। लाहौर में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा,"मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूँ, अब से कोई भी बातचीत तभी होगी जब दोनों पक्ष चाहेंगे। हम अब किसी से अनुरोध नहीं करेंगे। वह दौर बीत चुका है। आगे जो भी होगा, बराबरी के आधार पर होगा।"
इधर भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने भी हाल ही में साफ़ कर दिया था कि भारत, पाकिस्तान से सिर्फ़ आईसीसी और एशियाई क्रिकेट परिषद की प्रतियोगिताओं में ही खेलेगा। द्विपक्षीय सीरीज़ का कोई सवाल ही नहीं है। बीसीसीआई का कहना है कि बड़ी प्रतियोगिताओं की मेज़बानी आईसीसी और एसीसी की ज़िम्मेदारी है, और अगर भारत मेज़बान होगा तो पाकिस्तान को आमंत्रित किया जाएगा, लेकिन दोनों देशों के बीच अलग से कोई सीरीज़ तय नहीं होगी।
भारत ने 2008 के बाद से पाकिस्तान की धरती पर कोई मैच नहीं खेला है। हालांकि पाकिस्तान की टीमें 2016 के टी20 विश्व कप और 2023 के वनडे विश्व कप के लिए भारत आई थीं। वहीं 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी की मेज़बानी पाकिस्तान ने की थी, लेकिन भारत ने अपने सारे मैच दुबई में खेले। उस समय आईसीसी ने यह भी घोषणा की थी कि पाकिस्तान 2027 तक भारत में नहीं खेलेगा।