Stop talking about war, adopt the path of dialogue with Pakistan: Mehbooba Mufti tells Centre
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को कहा कि अगर भारत को आगे बढ़ना है और समृद्ध होना है, तो उसे युद्ध की बात करना बंद कर देना चाहिए तथा वार्ता एवं सुलह का रास्ता अपनाना चाहिए.
पीडीपी के 26वें स्थापना दिवस के अवसर पर यहां शेर-ए-कश्मीर पार्क में आयोजित एक कार्यक्रम में मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग सम्मान के साथ शांति चाहते हैं और जब पाकिस्तान की बात आएगी, तो वे देश की विदेश नीति में ‘‘हस्तक्षेप’’ करेंगे.
उन्होंने केंद्र से अपील की कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों की बात को ‘अपने दिल से’ देखे और उनकी सुने तथा जब तक वह ऐसा नहीं करेगा, भारत-पाकिस्तान मुद्दा हल नहीं होगा.
पीडीपी प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए, ‘‘मैं भारत सरकार से कहना चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के लोग आपके दुश्मन नहीं हैं। हम सम्मान के साथ शांति चाहते हैं, हम दोस्ती के जरिये शांति चाहते हैं, न कि जंग.’
मुफ्ती ने सवाल किया, ‘‘आपने दुनिया भर में प्रतिनिधिमंडल भेजकर इस बारे में बात की कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान क्या किया गया, पहलगाम में क्या हुआ और ‘कश्मीर’ में क्या हो रहा है. यह कश्मीर ही है, जिसने संघर्ष के दौरान कठिनाइयां झेलीं. इसलिए अगर कश्मीरी पाकिस्तान से बातचीत की मांग नहीं करेगा, तो और कौन करेगा?’’ उन्होंने केंद्र सरकार से सुलह का रास्ता अपनाने की अपील की.
मुफ्ती ने कहा, ‘‘अगर हमारे देश को आगे बढ़ना है, तो युद्ध की बात करना बंद कीजिए और (पाकिस्तान के साथ) वार्ता की बात कीजिए. अगर आप दुनिया में अपनी ताकत साबित करना चाहते हैं और चीन से आगे निकलना चाहते हैं, तो बातचीत शुरू कीजिए और सुलह का रास्ता अपनाइए.’’
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों के लिए एक बड़ी चुनौती रहा है.