आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ी है और उन्होंने देशवासियों से भारत को विश्व के हर क्षेत्र में शीर्ष पर ले जाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने का आह्वान किया.
हालांकि, उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि केरल आज भी ‘‘वहीं’’ है, जहां वह 11 साल पहले था और उन्होंने इस दक्षिणी राज्य को पीछे धकेलने के लिए कम्युनिस्ट विचारधारा के कारण उत्पन्न ‘‘गतिरोध’’ को जिम्मेदार ठहराया.
यहां ‘मनोरमा न्यूज कॉन्क्लेव 2025’ का उद्घाटन करते हुए शाह ने वर्तमान सरकार के रिकॉर्ड की तुलना पिछली सरकारों से करते हुए कहा कि भारत लंबे समय से आर्थिक अस्थिरता का शिकार रहा है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था 11वें स्थान पर थी, जबकि कांग्रेस सरकार ने 10 साल तक केवल इतना किया कि यह 12वें स्थान पर न फिसले.
उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी ने देश को 11वीं से चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना दिया है.
शाह ने कहा, ‘‘जब तक हम शिखर तक नहीं पहुंचते और महान भारत का निर्माण नहीं करते, किसी को आराम करने का अधिकार नहीं है. आज़ादी के अमृत महोत्सव के दौरान मोदी जी ने लक्ष्य रखा कि 75 से 100 साल की यात्रा में 140 करोड़ नागरिक हर क्षेत्र में देश को शीर्ष पर ले जाने का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें.
शाह का यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने भारत पर रूसी तेल की खरीद जारी रखने पर भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने का ऐलान किया है। इससे वस्त्र, समुद्री उत्पाद और चमड़ा निर्यात जैसे क्षेत्रों पर असर पड़ने की आशंका है.