आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बृहस्पतिवार को ‘‘मुंबई डब्बावाला अंतरराष्ट्रीय अनुभव केंद्र’’ का उद्घाटन किया.
यह ऐसी गैलरी है, जो शहर के मशहूर टिफिन वालों की 135 साल की यात्रा को दर्शाती है.
फडणवीस ने उपनगर बांद्रा में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘इस केंद्र में आने वाले आगंतुकों को डब्बावालों के इतिहास की झलक मिलेगी.’’
मुंबई का डब्बावाला तंत्र वर्ष 1890 में शुरू हुआ था.
यह एक व्यक्ति द्वारा टिफिन डब्बा पहुंचाने के अनुरोध पर शुरू हुआ और आज हजारों डब्बावाले रोजाना दो लाख से अधिक टिफिन समय पर पहुंचाते हैं.
‘‘नूतन मुंबई टिफिन बॉक्स सप्लायर्स चैरिटी ट्रस्ट’’ और ‘‘मुंबई टिफिन बॉक्स सप्लायर्स एसोसिएशन’’ की पहल पर बनाए गए इस अनुभव केंद्र और लघु संग्रहालय के प्रवेश द्वार पर संस्थापक महादेव हवाजी बच्चे का चित्र लगा है, जिन्होंने 1890 में इसकी शुरुआत की थी.
प्रदर्शनी केंद्र में टिफिन डब्बे के 10 मूल नमूने प्रदर्शित किए गए हैं जो समय के साथ तांबे से धातु और अब हल्के टिन डब्बे में बदल गए। एकल ‘डब्बा’ से बहु-स्तरीय टिफिन तक का यह विकास जनता की बदलती जरूरतों के अनुसार हुआ है.