भारत और येरुशलम के राजा सुलैमान

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] • 2 Years ago
येरुसलम का वह पवित्र स्थान, जिसे मुस्लिम अल अक्सा मस्जिद यानि पहला किबला कहते हैं, यहूदी टेंपल ऑफ माउंट मानते हैं और ईसाई अपने प्रभु जीसस का घर मानते हैं
येरुसलम का वह पवित्र स्थान, जिसे मुस्लिम अल अक्सा मस्जिद यानि पहला किबला कहते हैं, यहूदी टेंपल ऑफ माउंट मानते हैं और ईसाई अपने प्रभु जीसस का घर मानते हैं

 

रंजन मुखर्जी

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नई दिल्ली. नब्बे के दशक में पहली बार येरुशलम जाने वाले एक युवा के रूप में विमान से उतरने के बाद मेरी समस्या यह थी कि यहां शाकाहारी क्या और कहां मिलता है. एक यहूदी सह-यात्री मुझे कुछ दुकानों पर यह दिखाने के लिए ले गया कि यरूशलेम में मांस किस तरह का मिलता है. मैंने उससे पूछा, “क्या यहां ऐसा कुछ है, जो कोई शाकाहारी खा सके?” हम ‘शुक्रवार’ को शाकाहारी भोजन खोजने की कोशिश कर रहे थे. उसने कहा, “शुक्रवार को हम यहूदी ऐसे बर्तनों में पका हुआ शुद्ध शाकाहारी भोजन खाते हैं, जिनमें मांस कभी नहीं पकाया जाता है. शुक्रवार हमारा पवित्र दिन है. अचानक उसने कहा कि, “सप्ताह में एक दिन मांस न खाने का विचार भारत से आया होगा. पुराना नियम (द ओल्ड टेस्टामेंट - यहूदियों का एक ग्रंथ) कहता है कि येरुसलम के निर्माण के लिए चंदन की लकड़ी और सोना भी भारत से आया था.

इजरायल पर राजा सुलैमान का चालीस वर्ष का लंबा शासन समृद्ध और शांतिपूर्ण माना जाता था. ‘ओफिर’ से उनका व्यापक वाणिज्य और कारोबार था. उनका आयात इतने बड़े पैमाने पर था कि कहा जाता था कि येरुसलम में चांदी कंकर-पत्थरों की तरह सामान्य हो गई थी. उसके पास ओफिर (वैरिएंट सोफिर) से ‘सोना, चांदी, हाथी दांत, वानर और मोर’ (फर्स्ट किंग्स एक्स.22) लाने वाले वाला समुद्री जहाजों का पूरा एक बेड़ा था. ओफिर एक बंदरगाह या क्षेत्र था, जिसका बाइबिल में अपनी धन-समृद्धि की प्रसिद्ध के लिए उल्लेख मिलता है. राजा सुलैमान के पास हर तीन साल बाद ओफिर से एक कारगो आता था.

येरुसलम से भारत का संबंध काफी पुराना है. इसके लिए हमें ईसा पूर्व काल (बीसी-ईसा मसीह के जन्म से पहले के समय) में वापस जाना होगा. कई शोध-आधारित सबूत हैं, जो इसे साबित करते हैं. मोर के लिए हिब्रू शब्द तुखिन (Tukhin) है, जो तमिल भाषा में तोकल (Tokal) है. येरुसलम में मोर नहीं थे और हिबू्र में मोर के लिए कोई शब्द नहीं था. इससे यह स्पष्ट होता है कि भारतीय (तमिल) व्यापारी येरुसलम के साथ समुद्री व्यापार करते थे. मोर देवताओं के सेनापति कार्तिकेय का वाहन है और तमिलनाडु राज्य की दिव्य सुरक्षा का प्रतीक है.

ओफिर (वैरिएंट सोफिर) की पहचान अनिश्चित रही है. सोफिर भारत के पश्चिमी तट पर एक प्रसिद्ध बंदरगाह सुरपारका (आधुनिक सोपारा) है, जो मुंबई से 37 मील उत्तर में है. यह बेसिन के उत्तर-पश्चिम में चार मील की दूरी पर है, जहां अशोक के एक शिलालेख की खोज की गई थी. इसका उल्लेख महाभारत, भागवत, पेरिप्लस यानि जलयानों के नाविकों के लिए समुद्री चिन्हों का दस्तावेज (दूसरी शताब्दी एडी) आदि में मिलता है.

पूरे दक्षिण भारत में प्रचानी काल के दौरान व्यापक स्वर्ण-खनन उद्योग मौजूद था. ‘मैन इन इंडिया’ में कैप्टन लियोनार्ड मुन लिखते हैं, “रोडेशिया (यानि दक्षिण अफ्रीका के एक प्रचीन प्रांत) के विशाल क्षेत्र में सोने के खनन और सोने के क्वार्ट्ज (पत्थरों) की छंटाई करने की विधि दक्षिण भारत के समान थी. सोने के काम वाले पुराने रोडेशिया के व्यापक जंगली क्षेत्र में जो पेड़-पौधे पाए जाते हैं, वे अफ्रीका के लिए स्वदेशी नहीं हैं, लेकिन इन पेड़-पौधों का घर ज्यादातर दक्षिण भारत में है. यह विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है कि जिस विशाल क्षेत्र में ये पेड़-पौधे फैल गए हैं, वह रोडेशिया में उनके परिचय की बहुत प्रारंभिक तिथि का स्पष्ट संकेत है. एक तमिल कहावत है कि “पैसा कमाने के लिए समुद्र पार करें.” एक युगल की त्रासद प्रेम कथा के तमिल महाकाव्य ‘सिलप्पातिकरम’ का कहना है कि तमिल भूमि की हर राजधानी में चंद्रमा को समर्पित एक मंदिर था. चंद्रमा को समर्पित मंदिर समुद्री (ट्रांस-ओशनिक) व्यापारियों की रक्षा के लिए थे. चंद्रमा के प्रकाश का उतार-चढ़ाव (वैक्सिंग मून) का महासागरों की लहरों पर घातक प्रभाव पड़ता है, जो जहाजों को घातक विक्षोभ में उछालती हैं. इसलिए समुद्र को पार करने के दौरान सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चंद्रमा का आह्वान किया जाता है. समुद्र के गलियारों में सुरक्षा के लिए सोमनाथ या चंद्रमा के अधिपति भगवान के रूप में शिव की पूजा की जाती है.

इस तरह, यह साक्ष्य प्रमाण से स्थापित है कि पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्व में भारतीय (तमिल) येरुसलम के साथ व्यापार करते थे और उन्होंने इसे सुलैमान की देदीप्यमान राजधानी बना दिया. आज तक येरुसलम का भारत से गहरा संबंध है, जो दुनिया के तीन प्रमुख धर्मों का पवित्र शहर है.

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