बिलावल भुट्टो ने इमरान खान के रूस दौरे का किया बचाव

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 20-05-2022
बिलावल भुट्टो ने इमरान खान के रूस दौरे का किया बचाव
बिलावल भुट्टो ने इमरान खान के रूस दौरे का किया बचाव

 

न्यूयॉर्क. पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने इस साल फरवरी में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की रूस यात्रा का बचाव किया है. उनका कहना है कि इस बात की कोई संभावना नहीं है कि जब तत्कालीन पीएम इमरान खान ने रूस की यात्रा की तो उन्हें यूक्रेन पर आक्रमण करने की रूस की योजनाओं के बारे में पता था.

न्यूयॉर्क में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, विदेश मंत्री से 'यूक्रेन में रूसी आक्रमण की निंदा नहीं करने के लिए अमेरिका और यूरोप में निराशा की लहर' पर मौजूदा सरकार की नीति के बारे में पूछा गया था. उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा, "मैं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री का पूरी तरह से बचाव करूंगा. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने बिना यह जाने कि संघर्ष शुरू हो जाएगा, अपनी विदेश नीति के हिस्से के तौर पर यात्रा की थी."

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत 3 फरवरी को मॉस्को का दौरा किया था और यह वही समय था, जब रूस का अपने पड़ोसी देश यूक्रेन के साथ तनाव लगातार बढ़ रहा था और आखिरकार रूस ने यूक्रेन पर 'सैन्य अभियान' के तहत हमला बोल दिया था. मार्च 1999 में नवाज शरीफ के देश की यात्रा के बाद से वह द्विपक्षीय यात्रा पर रूस की यात्रा करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं.

समा टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, तब से यात्रा विवादास्पद हो गई, क्योंकि खान ने सरकार विरोधी रैलियों के दौरान दोहराया था कि अप्रैल की शुरुआत में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से उनके निष्कासन के पीछे एक 'विदेशी साजिश' है. पूर्व प्रधानमंत्री कहते रहे हैं कि पाकिस्तान की स्वतंत्र विदेश नीति के कारण 'साजिश' रची गई.

रूस और यूक्रेन संघर्ष पर पाकिस्तान के रुख के बारे में बात करते हुए, विदेश मंत्री ने इस संघर्ष को जल्द से जल्द हल करने के लिए शांति के महत्व पर जोर देने का संकल्प लिया. उन्होंने कहा, "जहां तक बल प्रयोग न करने के सिद्धांतों और संयुक्त राष्ट्र के सभी सिद्धांतों की बात है, पाकिस्तान बिल्कुल स्पष्ट है. हम सिद्धांतों के साथ खड़े हैं." बिलावल ने कहा, "हम संघर्ष का हिस्सा नहीं हैं. हम संघर्ष का हिस्सा नहीं बनना चाहते हैं."

रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान अमेरिका के साथ व्यापक संबंध चाहता है. उन्होंने कहा, "इस्लामाबाद सहायता के परिप्रेक्ष्य में नहीं, बल्कि वह पाकिस्तान और अमेरिका के बीच व्यापार के अवसरों को बढ़ाना चाहता है."