नई दिल्ली
सोने से पहले दाँत साफ़ करना केवल एक अच्छी आदत ही नहीं, बल्कि बेहतर मौखिक स्वास्थ्य के लिए बेहद आवश्यक है। कई लोग सुबह ब्रश करने पर ध्यान देते हैं, लेकिन रात में ब्रश न करने से मुँह में खाने के कण, बैक्टीरिया और शर्करा जमा होकर कैविटी, मसूड़ों की बीमारी और बदबूदार सांस जैसी समस्याएँ पैदा कर सकते हैं।
नींद के दौरान लार का उत्पादन कम हो जाता है, जिससे मुँह की प्राकृतिक सफाई रुक जाती है। ऐसे में सोने से पहले ब्रश करना और भी अहम हो जाता है। यह न केवल दाँतों और मसूड़ों की रक्षा करता है, बल्कि इनेमल को मज़बूत, साँसों को ताज़ा और दीर्घकालिक बीमारियों (जैसे मधुमेह व हृदय रोग) के ख़तरे को कम करने में भी सहायक है। आइए जानते हैं इसके पाँच बड़े फायदे—
दिनभर बैक्टीरिया खाने में मौजूद शर्करा से प्लाक बनाते हैं। अगर रात में इसे साफ़ न किया जाए, तो यह प्लाक पूरी रात एसिड छोड़ता है, जिससे दाँतों का इनेमल कमजोर होकर कैविटी बना सकता है। ब्रश करने से यह हानिकारक परत हट जाती है।
प्लाक और बैक्टीरिया मसूड़ों में सूजन, लालिमा और खून निकलने जैसी समस्याएँ पैदा करते हैं। अगर समय पर ध्यान न दिया जाए, तो यह गंभीर संक्रमण में बदल सकता है। सोने से पहले ब्रश करने से मसूड़ों की रेखा पर जमी गंदगी हटती है और सूजन का ख़तरा घटता है।
सुबह उठते ही मुँह की बदबू अक्सर बैक्टीरिया की वजह से होती है। ब्रश करने से ये बैक्टीरिया और फंसे हुए कण निकल जाते हैं, जिससे सुबह साँसें ताज़ा रहती हैं।
रात में फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करने पर दाँतों पर सुरक्षात्मक परत बन जाती है। यह कमजोर इनेमल की मरम्मत करता है और दाँतों को एसिड अटैक से बचाता है।
कॉफ़ी, चाय या गहरे रंग के भोजन दाँतों पर दाग छोड़ सकते हैं। रात में ब्रश करने से इन दागों की संभावना कम होती है। साथ ही प्लाक जमने से भी बचाव होता है, जिससे आपकी मुस्कान चमकदार और आकर्षक बनी रहती है।