नई दिल्ली
संतरा एक ऐसा फल है जो पोषक तत्वों का भंडार है और शरीर के लगभग हर हिस्से के लिए फायदेमंद साबित होता है। वैज्ञानिक शोध बताते हैं कि रोज़ाना एक संतरा खाने जैसी साधारण आदत हमारे त्वचा, हृदय, पाचन, प्रतिरक्षा प्रणाली और मस्तिष्क—सभी पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
संतरा विटामिन C से भरपूर होता है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है। यह कोलेजन के निर्माण में मदद करता है, जिससे त्वचा कोमल, दृढ़ और लचीली रहती है। एक मध्यम संतरा विटामिन C की दैनिक आवश्यकता का लगभग 90% पूरा कर देता है। इसके साथ मौजूद कैरोटीनॉयड्स त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करते हैं।
विटामिन C श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBCs) के निर्माण में मदद करता है, जो शरीर को संक्रमण से बचाती हैं। एनआईएच के शोध के अनुसार, विटामिन C सामान्य सर्दी-जुकाम की अवधि और गंभीरता को कम कर सकता है।
संतरे में मौजूद फाइबर, पोटैशियम और फ्लेवोनॉयड्स हृदय रोगों के खतरे को कम करने में सहायक होते हैं। ये तत्व रक्त वाहिकाओं के कार्य को बेहतर बनाते हैं और सूजन को घटाते हैं।
संतरा घुलनशील फाइबर (पेक्टिन) से भरपूर होता है, जो पाचन क्रिया को सुधारता है और आंत के लिए लाभकारी बैक्टीरिया को बढ़ावा देता है। जूस के बजाय साबुत संतरा खाना अधिक फायदेमंद होता है, क्योंकि इससे फाइबर की पूरी मात्रा शरीर को मिलती है।
संतरे में पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाते हैं। शोध बताते हैं कि नियमित रूप से संतरा खाने से ध्यान, स्मृति और मानसिक संतुलन में सुधार होता है, साथ ही अवसाद का खतरा भी घटता है।
संतरा कम कैलोरी वाला, लेकिन फाइबर और पानी से भरपूर फल है, जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और वज़न नियंत्रण में मदद करता है। यह इंसुलिन की कार्यप्रणाली में सुधार लाकर मेटाबॉलिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
साबुत फल खाने से हमें उसका प्राकृतिक फाइबर मिलता है, जो रक्त शर्करा स्तर को नियंत्रित करता है, जबकि फलों के जूस में यह लाभ कम हो जाता है।
सावधानी:
संतरा सामान्यतः सुरक्षित है, लेकिन एसिड रिफ्लक्स वाले लोगों को इसकी अम्लता से परेशानी हो सकती है। इसके अलावा, यदि आप कोई विशेष दवा लेते हैं, तो खट्टे फलों का सेवन बढ़ाने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना उचित रहेगा।