मोहम्मद अकरम / हैदराबाद
राजस्थान के उदयपुर में इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली घटना ने देश के अमन पसंद लोगों को चिंता में डाल दिया है. इस घटना की हैदराबाद के मुस्लिम बुद्धिजीवियों ने खुलकर कड़ी निंदा की है. पूर्व लोकसभा सदस्य सैयद अजीज पासा ने कहा कि हम ऐसी वारदात की निंदा करते हैं. किसी को कत्ल करना मानवता के खिलाफ है. किसी ने हमारे पैगंबर के बारे मे कुछ कहा है, तो इसका मतलब ये नहीं कि हम कानून को हाथ में ले लें. बल्कि यहां कानून अपना काम करता है. उदयपुर वारदात में जो लोग भी शामिल हैं, उसे कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए.
दक्कन वक्फ प्रोटेक्शन सोसाइटी के अध्यक्ष उस्मान बिन मोहम्मद अल हाजरी ने कहा कि मजहब-ए-इस्लाम में इस तरह की हत्या किसी भी तरीके से सही नहीं है. एक शख्स का क्रूर्रता से कत्ल करके पूरे धर्म के लोगों को कटघरे मे खड़ा कर दिया है. इससे समाज में अराजकता फैलेगी और सांप्रदायिक ताकतों को मदद मिलेगा.
वह आगे कहते हैं कि इसके खिलाफ हम हिन्दू भाईयों के साथ मिलकर आवाज बुलंद करेंगे. हमारा देश कई धर्मों का संगम हैं. हम भी सरकार से मांग करते हैं कि जो लोग पैगम्बर साहब के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं है, उसे गिरफ्तार करके सख्त सजा देनी चाहिए. इस तरह नहीं कि किसी का बेरहमी से गला रेत दें. ऐसे जघन्य अपराध की मैं निंदा के साथ सजा की मांग करता हूं.
उर्दू अखबार ‘सियासत’ के संपादक मोहम्मद जहीर खान ने कहा कि ये वहशियाना काम है. इस तरह का काम कोई मुसलमान नहीं कर सकता है. हम मोहम्मद साहब पर जान निछावर करने को तैयार हैं, लेकिन ये मतलब नहीं हैं कि किसी की हत्या कर दे.
मोहम्मद जहीर खान ने कहा आने वाले समय में कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. इसके पीछे प्लानिंग हो सकती है. जो लोग पकड़े गए हैं, उनके खिलाफ सजा होनी चाहिए.