राकेश चौरासिया/नई दिल्ली
कट्टरपंथ चाहे इधर हो या उधर, हमेशा उसकी वजह से इंसानियत जार-जार रोई है. और जब बात यकजहती और भाईचारे की हो जाए, तो सारा आलम चहक उठता है. आज यह अहसास करवाया है भारत के पूर्व चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने. उन्होंने बहुत खूबसूरत वीडियो ट्वीट किया है, जिसमें भारत की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल नुमाया होती है. यह वीडियो प्रगतिशीत मानवतापरक इक्कीसवीं सदी को मध्ययुगीन कबीलाई संस्कृति में घसीट ले जाने वालों के लिए करारा तमाचा भी है.
डॉ. एसवाई कुरैशी ने इस वीडियो को कैप्शन भी दिया है, “रूढ़िवादियों को पराजित करता हुआ.” कुरैशी का कैप्शन भी इस वीडियो की कलगी है और इशारों-इशारों में यह आसानी से कह जाता है कि सदियों से रल-मिलकर रहने वाले हिंदू-मुस्लिमों के भारत में रूढ़िवादियो का कोई स्थान नहीं है.
यह वीडियो संभवतः किसी हिल स्टेशन या टूरिस्ट प्लेस पर फिल्माया गया है. जहां कई सैलानियों के बीच एक अज्ञात खान साहब अपनी पारिवारिक बुर्कानशीं महिला के साथ दिख रहे हैं और वह उन्मुक्त भाव से महाभारत धारावाहिक के टाइटल ट्रेक का सस्वर गायन कर रहे हैं.
महाभारत धारावाहिक के इस टाइटल ट्रेक के बोल हैंः
महाभारत.. महाभारत.. महाभारत..
आ.. आ..
अथ श्री महाभारत कथा
अथ श्री महाभारत कथा आ..
महाभारत कथा
महाभारत कथा
कथा है पुरुषार्थ की ये
स्वार्थ की परमार्थ की
सारथि जिसके बने
श्री कृष्ण भारत पार्थ की
शब्द दिग्घोषित हुआ जब
सत्य सार्थक सर्वथा
शब्द दिग्घोषित हुआ
यदा यदा ही धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत
अभ्युत्थानमअधर्मस्य तदात्मानम सृज्याहम.
परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम
धर्म संस्थापनार्थाये संभवामि युगे युगे..
इतना ही नहीं, वीडियो में खान साहब मुखध्वनि को हूबहू शंखध्वनि में भी परिवर्तित करते हुए देखे जा सकते हैं.
यह वीडियो देखना सावन की फुहार जैसा लगेगा. आज का दिन बन जाएगा.
Beating the stereotypes! pic.twitter.com/BwhfqMbTjV
— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) September 20, 2021