आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
आज के तनावपूर्ण और तेज़ रफ्तार जीवन में 50 की उम्र के बाद भी स्वस्थ रहना किसी चुनौती से कम नहीं है। बदलती जीवनशैली, अनियमित दिनचर्या और असंतुलित खानपान से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी प्रभावित होता है। लेकिन कुछ सरल बदलावों से आप अपने जीवन में बड़ा फर्क ला सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसी ही पांच असरदार आदतों के बारे में—
1. हल्के-फुल्के व्यायाम को बनाएं दिनचर्या का हिस्सा
इस उम्र में ज़रूरत नहीं कि आप भारी जिम ट्रेनिंग करें। इसके बजाय रोज़ाना टहलना, योग, तैराकी या धीमी गति के अन्य व्यायाम शरीर को सक्रिय रखते हैं। इससे मांसपेशियां मज़बूत रहती हैं और जोड़ों पर ज़ोर भी नहीं पड़ता। मानसिक तनाव भी घटता है।
2. सामाजिक रूप से जुड़े रहें
अकेलापन न केवल मन को कमजोर करता है, बल्कि उम्र के साथ अवसाद की आशंका भी बढ़ाता है। दोस्तों से मिलते रहना, समुदायिक आयोजनों में भाग लेना या स्वयंसेवा करना मानसिक स्वास्थ्य को मज़बूत करता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
3. दिमाग़ को दें रोज़ाना कसरत
जैसे शरीर को कसरत चाहिए, वैसे ही दिमाग को भी। क्रॉसवर्ड हल करना, नई चीज़ें सीखना, किताबें पढ़ना या शतरंज खेलना जैसे काम मस्तिष्क को तेज़ और सक्रिय बनाए रखते हैं। इससे याददाश्त बेहतर होती है और बढ़ती उम्र में भी मानसिक क्षमताएं बनी रहती हैं।
4. धूम्रपान को कहें सदा के लिए अलविदा
अगर आप अब भी धूम्रपान करते हैं तो यह आदत छोड़ना आपके स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा तोहफा होगा। धूम्रपान से दिल की बीमारी, स्ट्रोक और कैंसर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। इसे छोड़ने से न केवल आपकी उम्र लंबी होगी बल्कि जीवन की गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
5. प्रोटीन से भरपूर आहार लें
उम्र बढ़ने के साथ मांसपेशियां कमजोर होती जाती हैं। ऐसे में आहार में अंडा, मछली, दूध, मेवे, दालें और कम वसा वाला मांस या चिकन शामिल करें। प्रोटीन न केवल शरीर को मज़बूत बनाता है, बल्कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
स्वस्थ रहने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं है—बस जीवनशैली में थोड़े से बदलाव और सकारात्मक सोच से आप न केवल लंबा, बल्कि सक्रिय और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।