क्या आपका फ़ोन आपको उम्र से पहले बूढ़ा बना रहा है? जानिए कैसे!

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 05-10-2025
Is your phone making you older than you think? Find out how!
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नई दिल्ली।

आज के डिजिटल युग में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। सुबह नींद खुलने से लेकर रात को सोने तक — स्क्रीन हमारी आंखों के सामने रहती है। लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि यह आदत आपकी त्वचा को कितना नुकसान पहुंचा रही है?

शोध बताते हैं कि मोबाइल फ़ोन और अन्य डिजिटल उपकरणों से निकलने वाली नीली रोशनी (Blue Light) हमारी त्वचा की उम्र बढ़ाने में एक बड़ा कारण बन रही है। यह रोशनी त्वचा में मौजूद कोलेजन को नष्ट करती है और झुर्रियों, दाग-धब्बों, और थकी-थकी दिखने वाली त्वचा का कारण बनती है।


नीली रोशनी: त्वचा का छिपा हुआ दुश्मन

नीली रोशनी, जिसे High Energy Visible (HEV) लाइट भी कहा जाता है, मोबाइल, लैपटॉप, टीवी और टैबलेट जैसे उपकरणों से निकलती है। ये रोशनी त्वचा की सबसे गहरी परत डर्मिस तक पहुंच जाती है, जहां कोलेजन और इलास्टिन मौजूद होते हैं — वही तत्व जो त्वचा को जवां और लचीला बनाए रखते हैं।

नीली रोशनी के निरंतर संपर्क से त्वचा में ऑक्सीडेटिव तनाव पैदा होता है, जो समय से पहले बुढ़ापे के लक्षणों को जन्म देता है। यह यूवी किरणों जितनी खतरनाक तो नहीं होती, लेकिन इसका असर धीमा और स्थायी होता है।


आपकी त्वचा में ये संकेत दिखें तो सतर्क हो जाइए:

  1. हाइपरपिग्मेंटेशन – गालों और माथे पर काले धब्बे।

  2. झुर्रियाँ और महीन रेखाएं – कोलेजन की कमी के शुरुआती लक्षण।

  3. त्वचा में सुस्ती और रूखापन – अच्छी नींद के बावजूद थकी-थकी त्वचा।

  4. त्वचा की संवेदनशीलता में बढ़ोतरी – लालिमा, जलन और असमान रंगत।


कैसे बचाएं अपनी त्वचा को नीली रोशनी से?

चिंता की बात यह है कि हम इस नुकसान को तुरंत महसूस नहीं करते, लेकिन लंबे समय में यह आपकी त्वचा को गहराई से प्रभावित करता है। अच्छी खबर यह है कि कुछ आसान उपायों को अपनाकर आप अपनी त्वचा को सुरक्षित रख सकते हैं:


1. ब्रॉड-स्पेक्ट्रम सनस्क्रीन लगाएं

सिर्फ बाहर धूप में ही नहीं, बल्कि घर के अंदर भी — जब आप स्क्रीन के सामने हों — सनस्क्रीन लगाना ज़रूरी है। ऐसे सनस्क्रीन चुनें जो HEV लाइट से भी बचाव करें।


2. नीली रोशनी से बचाने वाला स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाएं

आपके मोबाइल या लैपटॉप के लिए ऐसे स्पेशल फ़िल्टर और टेम्पर्ड ग्लास मौजूद हैं, जो नीली रोशनी को कम कर सकते हैं। ये आपकी आंखों के साथ-साथ त्वचा को भी बचाते हैं।


3. एंटीऑक्सीडेंट युक्त स्किनकेयर उत्पाद अपनाएं

विटामिन C, नियासिनमाइड और ग्रीन टी जैसे तत्व त्वचा की मरम्मत करने और फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। इन्हें अपने रोज़ाना के स्किनकेयर रूटीन में शामिल करें।


4. डिजिटल समय पर नियंत्रण रखें

फ़ोन पर बिना वजह स्क्रॉल करना, घंटों तक सोशल मीडिया या OTT प्लेटफॉर्म देखना, आपकी त्वचा के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर दिन कुछ घंटों के लिए "डिजिटल डिटॉक्स" अपनाएं।


5. फोन की सेटिंग्स बदलें

अपने डिवाइस पर "नाइट मोड" या "ब्लू लाइट फ़िल्टर" चालू करें। यह आपकी स्क्रीन की नीली रोशनी को कम करता है और आपकी त्वचा को राहत देता है।

आपका स्मार्टफोन ज़रूर स्मार्ट है, लेकिन अगर उसका ज़्यादा इस्तेमाल हो तो यह आपकी त्वचा को समय से पहले बूढ़ा बना सकता है। इसलिए, डिजिटल दुनिया में रहते हुए भी खुद को सुरक्षित रखने के लिए स्मार्ट स्किनकेयर और स्क्रीन के प्रति सजगता बेहद ज़रूरी है।

याद रखें, सुंदर त्वचा केवल क्रीम्स से नहीं, बल्कि आदतों से भी बनती है!