नई दिल्ली।
हम सभी ने बचपन से यह कहावत सुनी है—“रोज़ एक सेब खाने से डॉक्टर दूर रहता है।” यह बात सुनने में भले ही सरल लगे, लेकिन सवाल यह है कि क्या वास्तव में रोज़ाना एक सेब खाने से हम बीमारियों से बचे रह सकते हैं? आइए, सेब के पोषण और स्वास्थ्य लाभों के आधार पर इस कहावत की सच्चाई को समझते हैं।
यह कहावत पहली बार 1866 में वेल्स में प्रचलित हुई थी, जिसका मूल आशय था—“सोने से पहले एक सेब खाओ और डॉक्टर को अपनी रोज़ी से दूर रखो।” यह कथन शब्दशः तो सही नहीं है, लेकिन आधुनिक वैज्ञानिक अध्ययनों से संकेत मिलता है कि नियमित रूप से सेब खाने से कई गंभीर बीमारियों का जोखिम कम हो सकता है। सेब को एक संपूर्ण और संतुलित फल माना जाता है, जो शरीर को कई ज़रूरी पोषक तत्व प्रदान करता है।
कैलोरी: लगभग 95
कार्बोहाइड्रेट: 25 ग्राम
फाइबर: 4.5 ग्राम
विटामिन C: दैनिक आवश्यकता का 9%
तांबा: 5%
पोटैशियम: 4%
विटामिन K: 3%
पाचन तंत्र के लिए लाभकारी: सेब में मौजूद पेक्टिन फाइबर आंतों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है।
हृदय स्वास्थ्य में सुधार: सेब खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करने में मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा घटता है।
ब्लड शुगर नियंत्रण: फाइबर ग्लूकोज के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे टाइप-2 डायबिटीज़ का जोखिम कम हो सकता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है: विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट शरीर को संक्रमण और सूजन से बचाते हैं।
वजन नियंत्रण में सहायक: सेब में पानी और फाइबर अधिक होने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है, जिससे ओवरईटिंग कम होती है।
कैंसर और स्ट्रोक का कम जोखिम: अध्ययनों के अनुसार, छिलके सहित 100–150 ग्राम सेब रोज़ खाने से इन बीमारियों का खतरा घट सकता है।
रोज़ एक सेब खाना कोई जादुई इलाज नहीं है, लेकिन यह निश्चित रूप से सेहतमंद जीवनशैली की ओर एक मजबूत कदम है। संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्वस्थ आदतों के साथ अगर सेब को रोज़ाना शामिल किया जाए, तो यह शरीर को लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।