मध्यप्रदेश की जेलों में रोजा और नवरात्र साथ-साथ, उपवास रखने वाले बंदियों को अच्छा भोजन देने की कोशिश

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 28-03-2023
मध्यप्रदेश की जेलों में रोजा और नवरात्र साथ-साथ, उपवास रखने वाले बंदियों को अच्छा भोजन देने की कोशिश
मध्यप्रदेश की जेलों में रोजा और नवरात्र साथ-साथ, उपवास रखने वाले बंदियों को अच्छा भोजन देने की कोशिश

 

गुलाम कादिर  /भोपाल

मध्य प्रदेश की जेलों के कैदियों में गजब की भाई चारगी दिख रही है. जेलों में रोजा और नवरात्रि के उपवास साथ-साथ चल रहे हैं. दोनों ही समुदाय के बंदी एक दूसरे की आस्था का भरपूर ख्याल रख रहे हैं. इसके साथ अब उन्हें अच्छा भोजन उपलब्ध कराने की भी कोशिशें शुरू हो गई हैं ताकि रोजा और वत्र रखने में किसी तरह की परेशानी न आए.

दोनों समुदाय के कैदियों की भरपूर आस्था को देखते हुए भोपाल के विधायक आरिफ महमूद उनकी मदद के लिए आगे आए हैं. उन्हांेने जेल प्रशासन से मुलाकात कर रोजेदारों एवं व्रतियों की सुविधाओं में इजाफा करने की मांग की है.जेल डीजी से मुलाकात कर आरिफ मसूद ने

इफ्तार और नवरात्र में बंदियों को उच्च आहार उपलब्ध कराने का आग्रह किया ताकि उन्हें अपनी आस्था के अनुरूप पूजा-इबादत में दिक्कत न आए.आरिफ मसूद ने जेल डीजी अरविंद कुमार से सूबे की जेलों में बंदियों की सुविधाओं के लिए सामाजिक संस्थाओं की मदद से कूलर व पंखे लगाने की व्यवस्था करने की अनुमति देने का भी आग्रह किया .

आरिफ मसूद का कहना है कि जेल मैनुअल में बताई गई चीजें बंदियों को फिलहाल नहीं मिल रही हैं, जिससे रोजा और वत्र रखने वाले कैदियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. आम तौर से रोजा और वत्र में अच्छा भोजन लिया जाता है.

भोपाल के विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि रमजान और नवरात्रि एक साथ चल रहे हैं. ऐसे में रोजा रखने और नवरात्रि करने वाले कैदियों को जेल में हाई डाइट मिलना जरूरी है.उन्होंने कहा कि जेल मैनुअल के अनुसार उपवास रखने वालों को किन्ही कारणों से अच्छा आहार नहीं मिल पा रहा है.

ऐसे में शहर की कुछ सामाजिक संस्थाएं चाहती हैं कि यदि उन्हें जेल प्रशासन से अनुमति मिल जाए तो वो इस कमी को पूरी कर सकती हैं. फिलहाल कोविड नियमों के चलते सामाजिक संस्थाओं द्वारा जेल के कैदियों को दी जाने वाली सुविधाओं पर पाबंदी लगा रखी है.

आरिफ मसूद ने कहा कि पिछले साल जब गृह मंत्री और जेल प्रशासन की मुलाकात हुई थी तो उन्होंने कैंटीन के रूप में सुविधाएं शुरू की थीं. अब डीजी से मुलाकात कर अनुरोध किया है कि कई सामाजिक संगठन सेंट्रल जेल और अन्य जेलों में उच्च आहार के लिए उपकरण उपलब्ध कराना चाहते हैं. गर्मी को देखते हुए जेल में कूलर और पंखे लगाने की भी अनुमति मिलनी चाहिए. इसके लिए जेल प्रशासन को एक पत्र जारी करने के आदेश दिए जाने की सलाह भी दी गई है.

इसपर जेल डीजी का कहना है कि इस मामले में कानूनी पहलुओं को देखते हुए एक-दो दिन में आदेश जारी कर दिए जाएंगे. आरिफ  ने उम्मीद जताई है कि जल्द ही जेल में कैदियों को राहत मिलेगी और जेल प्रशासन की ओर से रोजेदारों को हाई डाइट देने का प्रबंध किया जाएगा.