मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
पवित्र क़ुरआन अल्लाह की तरफ से दी गई मार्गदर्शन की आखिरी किताब है, जिसमें मनुष्यों के लिए सभी सर्वोत्तम सिद्धांत बयान किए गए हैं. ये किताब इंसान की भलाई के लिए किमती तोहफा है, इसलिए कुरान ए शरीफ को समझ कर पढ़ना चाहिए.
कुरान के अलावा सभी आसमानी किताबें खास कौम के लिए उतारी गई थीं,मगर कुरान ए पाक को पूरी दुनिया के मनुष्यों के लिए मार्गदर्शन के सभी सर्वोत्तम सिद्धांत के लिए उतारा गया है. जरूरी है कि कुरान को ग़ौर व फिक्र के साथ पढ़ना चाहिए.
उक्त बातें पुरानी दिल्ली के सदर बाजार स्थित सिटी एजुकेशन एंड चेरिटेबल ट्रस्ट की तरफ से सिटी पब्लिक लाइब्रेरी मस्जिद शाह गुल में आयोजित प्रोग्राम को संबोधित करते हुए मौलाना आजाद नेशनल उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. असलम जावेद ने कही.
अल्लाह ने कुरान की हिफाजत खुद ली है
उन्होंने ने आगे कहा कि पवित्र कुरान अल्लाह द्वारा अवतरित किताब है, जो जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन का स्रोत है. उन्होंने आगे कहा कि यह वह किताब है जिसकी हिफाजत अल्लाह ताला ने खुद ली है.यह कयामत तक आने वाले लोगों के लिए मार्गदर्शन है.
कुरान के अर्थ को जरुर समझें
प्रो असलम जावेद ने जोर देते हुए कहा कि समाज में लोग कुरान को पढ़ लेते हैं, याद कर लेते हैं लेकिन उन्हें उसका अर्थ का पता नहीं होता. इसलिए जब भी हम कुरान को पढ़ें ,उसके अर्थ को जानने की जरूर कोशिश करें. अगर हम ये करेंगे तो कुरान के माध्यम से हमारी जिंदगी में बदलाव आएगा-सही मार्ग पर चलेंगे.
आखिर में, शाह गुल मस्जिद के इमाम ने देश और धर्म की खुशहाली और समृद्धि के लिए दुआ की, जबकि मोहम्मद अखलाक अहमद क़ुरैशी ने अतिथियों का शुक्रिया अदा किया.इस अवसर पर, सिटी एजुकेशन एंड चेरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद सैफुद्दीन, महासचिव मोहम्मद जावीदुल्लाह कुरैशी, मोहम्मद रिजवान मोहम्मद, मोहम्मद दानिश, मोहम्मद इकबाल समेत आदि के उपस्थित थे.