आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
यमन के हूती विद्रोहियों ने सोमवार को दावा किया कि उन्होंने लाल सागर में सऊदी अरब के तट पर एक तेल टैंकर पर मिसाइल दागी है, जिससे इस अहम वैश्विक समुद्री मार्ग से गुजरने वाले जहाजों पर उनके हमले फिर से शुरू होने की आशंका है.
हूती सेना के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सरी ने हूतियों के नियंत्रण वाले उपग्रह समाचार चैनल अल-मसिरा पर प्रसारित पहले से रिकॉर्ड संदेश में इस हमले की जिम्मेदारी ली। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस जहाज ‘स्कारलेट रे’ को निशाना बनाया गया, उसका संबंध इजराइल से है.
जहाज के मालिकों से तत्काल संपर्क नहीं हो सका.
ब्रिटिश सेना के पश्चिम एशिया में नौवहन पर नजर रखने वाले ‘यूनाइटेड किंगडम मैरिटाइम ट्रेड ऑपरेशंस सेंटर’ ने पहले बताया कि एक जहाज ने यनबू (सऊदी अरब) के पास तट पर पानी में धमाके की आवाज सुनी.
नवंबर 2023 से दिसंबर 2024 के बीच हूतियों ने गाज़ा पट्टी में इज़राइल-हमास युद्ध के कारण 100 से अधिक जहाजों को मिसाइल और ड्रोन से निशाना बनाया। हूतियों ने अब तक चार जहाज डुबोए और कम से कम आठ नाविकों की हत्या की.
हूतियों के नए हमले ऐसे समय में हो रहे हैं जब इज़राइल-हमास युद्ध में संभावित नए युद्धविराम पर अनिश्चितता बनी हुई है.
इजराइल ने पिछले हफ्ते कई हवाई हमले किए थे, जिसमें हूतियों के प्रधानमंत्री और कई कैबिनेट सदस्यों को मार दिया गया था। तेल टैंकर पर हूतियों का यह हमला और यमन की राजधानी में संयुक्त राष्ट्र की खाद्य, स्वास्थ्य और बच्चों की एजेंसियों के दफ्तरों में रविवार को हुए हमलों के जवाबी कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिनमें संयुक्त राष्ट्र के कम से कम 11 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया है.