नई दिल्ली
दिल्लीवासियों को राहत देते हुए रविवार रात यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया। कई दिनों से बढ़ते जलस्तर ने चिंता बढ़ा दी थी।अधिकारियों के अनुसार, 2 सितंबर से यमुना का जलस्तर लगातार 205.33 मीटर के खतरे के निशान से ऊपर बह रहा था। रविवार रात 10 बजे नदी का जलस्तर 205.32 मीटर दर्ज किया गया।
दिल्ली में यमुना का चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है, जबकि खतरे का निशान 205.33 मीटर पर है। नदी का स्तर 206 मीटर पहुंचते ही निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया जाता है।
संभावित बाढ़ की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया गया था।
पिछले शुक्रवार को दिल्ली के मंत्री परवेश वर्मा ने भारी बारिश के बीच सिविल लाइंस इलाके का दौरा किया और लोगों से अनावश्यक दहशत न फैलाने की अपील की। उन्होंने कहा, “सिविल लाइंस क्षेत्र में पानी की एक बूंद भी नहीं है। रिंग रोड से लगी सर्विस रोड 8 से 10 फीट नीचे है और वहां से पानी निकाला जा रहा है। यह कहना सही नहीं है कि दिल्ली यमुना में डूब गई है।”
इससे पहले, यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली का मठ मार्केट, यमुना बाजार, वासुदेव घाट और आसपास के रिहायशी इलाके डूब गए थे। वासुदेव घाट के पास पानी निकालने के लिए मशीनें लगाई गई थीं।
बाढ़ की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों के लोगों को मयूर विहार फेज-1 के पास बनाए गए राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया था। भारी बारिश के कारण बीते बुधवार को यमुना का जलस्तर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था, जो अब तक का सबसे ऊंचा स्तर रहा।