What did Rahul Gandhi say in Parliament about Operation Sindoor, he also targeted Trump
लोकसभा में 'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर चल रही बहस के दौरान कांग्रेस नेता और नेता विपक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऑपरेशन से जुड़ी अहम जानकारियां सार्वजनिक करने की मांग की, बल्कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कथित मध्यस्थता वाले बयान पर भी गंभीर सवाल खड़े किए.
राहुल गांधी ने सीधे तौर पर पूछा, "ट्रंप ने कहा कि पांच भारतीय लड़ाकू विमान पाकिस्तान में गिराए गए। ये जानकारी उन्हें किसने दी? क्या भारत सरकार ने उन्हें ऐसा कुछ बताया? अगर नहीं, तो वे किस आधार पर ये दावा कर रहे हैं?"
उन्होंने सरकार से यह भी स्पष्ट करने की मांग की कि आखिर ऑपरेशन के बीच में ही क्यों संघर्षविराम स्वीकार किया गया, जबकि दावा किया जा रहा था कि भारतीय सेना का पलड़ा भारी था.
"अगर पाकिस्तान झुक गया था, तो आपने ऑपरेशन क्यों रोका? क्या आप नहीं चाहते थे कि दुश्मन को पूरी तरह से जवाब दिया जाए?" राहुल गांधी ने पूछा.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इतने गंभीर मामले पर पारदर्शिता नहीं बरत रही है और विपक्ष को अंधेरे में रखा जा रहा है.
राहुल ने यह भी कहा कि विदेश नीति के स्तर पर देश को नुकसान हो रहा है। "हमारे विदेश मंत्री कह रहे हैं कि ट्रंप ने मध्यस्थता की पेशकश की, और उसी वक्त ट्रंप दावा कर रहे हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करवाई. इसमें दाल में कुछ काला है," उन्होंने कहा.
उन्होंने संसद में मौजूद सभी सांसदों से अपील की कि ऑपरेशन सिंदूर पर गंभीर चर्चा की जाए और देश को सच बताया जाए.
राहुल गांधी ने यह भी जोड़ा कि कांग्रेस और पूरा विपक्ष सेना के साथ खड़ा है, लेकिन सरकार की जवाबदेही भी तय होनी चाहिए. "हमारी सेनाएं वीरता का परिचय देती हैं, लेकिन उनका इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए नहीं होना चाहिए," उन्होंने कहा.
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बयान और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर उठे इन सवालों ने संसद में गर्मागर्म बहस का माहौल बना दिया है.
राहुल गांधी की इस टिप्पणी के बाद सत्ता पक्ष की ओर से तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल सकती हैं, लेकिन फिलहाल विपक्ष ने इस विषय पर और स्पष्टता की मांग तेज कर दी है.