राजकीय सम्मान के साथ मुंगेर में सुपुर्द ए खाक किए गए वली रहमानी

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 04-04-2021
राजकीय सम्मान के साथ मुंगेर में  सुपुर्द ए खाक किए गए वली रहमानी
राजकीय सम्मान के साथ मुंगेर में सुपुर्द ए खाक किए गए वली रहमानी

 

सेराज अनवर/  पटना
इमारत ए शरिया के अमीर ए शरीयत मोहम्मद वली रहमानी 11 बजे अपने पिता मौलाना मिनतुल्लाह रहमानी और दादा मोहम्मद अली मुंगेरी के करीब हमेशा के लिए लेट गए .मुंगेर स्थित खानकाह रहमानी में उनके खानदान के लोगों की कब्र है. 
 
परिवार के सभी दिवंगत का कब्र एक ही जगह है. वली रहमानी को भी उसी जगह सुपुर्द ए खाक किया गया. खानकाह रहमानी में मौलाना उमरैन रहमानी ने नमाज ए जनाजा अदा कराई. उमरैन ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर अमीर ए शरीयत की तबियत बिगड़ने की खबर दी थी. 
 
जनाजे की नमाज में देश भर से वली रहमानी के चाहने वालों ने शिरकत की. 77 वर्ष पहले वली रहमानी ने इसी जगह पर आंख खोली थी. 1901 में उनके दादा मोहम्मद अली मुंगेरी ने भारत में इस्लामी शिक्षा के सबसे बड़े केंद्रों में से एक जामिया रहमानी की यहां स्थापना की थी. 1991 में हजरत मौलाना वली रहमानी इसके सज्जादानशीं बने. 
 
उनके नेतृत्व में जामिया रहमानी खानकाह का काफी विकास हुआ. देश भर के छात्र यहां पढ़ाई के लिए आने लगे.  पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी सहित कई जानी मानी हस्तियां यहां आ चुकी हैं.
 
वली रहमानी की आखरी रसूम में शामिल होने के लिए पूरा शहर टूट पड़ा.इमारत ए शरिया के तमाम लोग मौजूद रहे.  माहौल पूरा गमगीन दिखा.रात में पटना से जनाजा यहां पहुंचते ही लोग जज्बात में जोर-जोर से कलमा पढ़ने लगे.उनके मुरीद अपने वली के आखरी दीदार के लिए बेतहाशा खानकाह की तरफ भागे चले आ रहे थे.
 
सुबह से भीड़ और जुटने लगी.पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों और डीएम रचना पाटिल देर रात तक और सुबह में यहां जमे रहे. मुंगेर एसपी ने बताया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी व बिहार, ओडिशा और झारखंड इमारत-ए-शरिया के अमीर-ए-शरीयत हजरत मौलाना वली रहमानी का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया.
 
बकौल  ढिल्लों, हजरत साहब ने 15 नवंबर, 2015 को अपने उत्तराधिकारी अपने बड़े बेटे हजरत मौलाना अहमद वली फैसल रहमानी को घोषित कर दिया था. साथ ही उनके द्वारा सभी कार्यों में मदद ली जा रही थी जो अब खानकाह रहमानी के सज्जादा नशीन होंगे. 
 
हजरत साहेब के छोटे लड़के हामिद वली फहद रहमानी उनकी मदद करेंगे़.