बिहार में पहली बार वोट खरीदे गए: प्रशांत किशोर का आरोप

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 21-11-2025
Votes were bought for the first time in Bihar: Prashant Kishor alleges
Votes were bought for the first time in Bihar: Prashant Kishor alleges

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
 जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए शुक्रवार को दावा किया कि “देश के इतिहास में पहली बार” राज्य में वोट खरीदे गए और एक करोड़ से अधिक महिलाओं के खातों में 10-10 हजार रुपये जमा कराए गए।
 
पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में एक दिन की भूख हड़ताल समाप्त करने के बाद संवाददाता सम्मेलन में किशोर ने कहा, “अगर मैं गलत कह रहा हूं तो बिहार सरकार मुझे जेल भेज दे। राज्य सरकार के पास निधि नहीं थे, इसलिए राज्य के आकस्मिकता निधि से राशि ली गई और विश्व बैंक के अनुदानों का भी इस्तेमाल किया गया।”
 
उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने महिलाओं को दो लाख रुपये देने का वादा किया था। किशोर ने कहा, “हम बिहार की महिलाओं को यह रकम दिलवा कर रहेंगे।’’
 
किशोर ने घोषणा की कि 15 जनवरी के बाद जन सुराज कार्यकर्ता राज्य के सभी 1.18 लाख वार्डों में जाकर लोगों को बताएंगे कि उनके वोट किस तरह खरीदे गए।
 
उन्होंने कहा कि उसी दिन से ‘बिहार नव निर्माण संकल्प’ अभियान की शुरुआत होगी, जिसमें वह स्वयं अगले 15 से 18 महीनों में राज्य के हर घर तक पहुंचेंगे।
 
किशोर ने कहा कि अगले पांच वर्षों तक वह अपनी आय का 90 प्रतिशत पार्टी को दान देंगे। उन्होंने कहा, “पिछले 20 वर्षों में जो भी चल-अचल संपत्ति अर्जित की है, दिल्ली में स्थित एक घर को छोड़कर, सब कुछ जन सुराज पार्टी को दान करूंगा।”
 
उन्होंने राज्य की जनता और जन सुराज से जुड़े लोगों से पार्टी को 1,000 रुपये चंदा देने की अपील की। उन्होंने कहा, “मैं किसी ऐसे व्यक्ति से नहीं मिलूंगा जो पार्टी को 1,000 रुपये का चंदा नहीं देगा।”
 
नीतीश कुमार कैबिनेट पर हमला बोलते हुए किशोर ने कहा, “यह बिहार की जनता के मुंह पर तमाचा है… घाव पर नमक छिड़कने जैसा है। कुछ लोगों को सिर्फ इसलिए मंत्री बनाया गया क्योंकि उनके पिता राजनीति में हैं। भ्रष्ट और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को भी शामिल किया गया।”
 
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब बिहार की चिंता नहीं करते क्योंकि चुनाव में वोट खरीद लिए गए और अब उन्हें जनता की परवाह नहीं है।
 
किशोर ने कहा कि उनकी राजनीति महात्मा गांधी की धैर्य और दृढ़ता की विचारधारा पर आधारित है।
 
उन्होंने कहा, “हम सरकार बदलकर रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हमारा मनोबल तोड़ने की कोशिश की, लेकिन हम पीछे नहीं हटेंगे।”