Veteran socialist leader and freedom fighter Dr. G.G. Parikh passes away at the age of 101
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
वरिष्ठ समाजवादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी डॉ. जी. जी. पारिख का बृहस्पतिवार तड़के मुंबई स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 101 वर्ष के थे.
उन्होंने ग्रामीण विकास और हाशिए पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने के लिए एक स्वयंसेवी संगठन की स्थापना की थी.
पारिख पास के रायगढ़ जिले के पनवेल के पास यूसुफ मेहरअली सेंटर (वाईएमसी) के संस्थापक थे.
वाईएमसी के महासचिव मधुकर मोहिते ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि पारिख के परिवार में एक बेटी और एक नाती है.
उनका पार्थिव शरीर बृहस्पतिवार अपराह्न एक बजे से शाम पांच बजे तक मुंबई सेंट्रल (पश्चिम) के ताड़देव इलाके में आरटीओ के पास स्थित जनता केंद्र में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद पार्थिव शरीर को मुंबई स्थित जे. जे. अस्पताल को दान कर दिया जाएगा.
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के अलावा पारिख ने संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन और गोवा मुक्ति आंदोलन में भी भाग लिया था.
भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान उन्हें 10 महीने की जेल हुई और आपातकाल के दौरान उनकी सक्रियता के कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया.
पारिख 30 दिसंबर 2023 को 100 वर्ष के हो गए थे.