Uttarakhand CM Dhami stays in Uttarkashi for three days, monitors relief work, holds cabinet meeting in disaster zone
उत्तरकाशी (उत्तराखंड)
उत्तरकाशी के धराली क्षेत्र में भारी बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही के बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पिछले तीन दिनों से राहत और बचाव कार्यों की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं, मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा। संकट के दौरान सक्रिय नेतृत्व का प्रदर्शन करते हुए, सीएम धामी न केवल बचाव एजेंसियों के साथ सक्रिय रूप से समन्वय कर रहे हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित कर रहे हैं कि राज्य का विकास एजेंडा पटरी पर बना रहे।
बयान के अनुसार, "पिछले तीन दिनों से सीएम धामी उत्तरकाशी में मौजूद हैं, जहाँ से वे हर पल आपदा राहत कार्यों की निगरानी कर रहे हैं, साथ ही यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि राज्य के विकास कार्य बाधित न हों; यहाँ कैंप कार्यालय स्थापित करके विकास कार्यों को गति दी जा रही है।" इसी क्रम में, उन्होंने आज उत्तरकाशी से ही राज्य मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता की। यह अपने आप में अभूतपूर्व है कि उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र से ही कैबिनेट बैठक कर विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए और यह संदेश दिया कि संकट के समय में भी विकास की गति नहीं रुकनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने डीजी आईटीबीपी, डीजी एनडीआरएफ और डीजीपी उत्तराखंड पुलिस के साथ एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इसमें बचाव अभियान की प्रगति, जमीनी चुनौतियों और आपसी समन्वय को मजबूत करने पर विस्तार से चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्रों तक शीघ्र पहुँच सुनिश्चित करने, फंसे हुए लोगों को शीघ्र निकालने, दुर्गम क्षेत्रों में राहत दलों की पर्याप्त तैनाती, हेलीकॉप्टर द्वारा लिफ्टिंग कार्यों में तेजी लाने और आवश्यक संसाधनों की समय पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
संचार, बिजली और सड़क संपर्क की शीघ्र बहाली और राहत सामग्री की निर्बाध आपूर्ति पर भी विशेष जोर दिया गया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित व्यक्ति तक सहायता पहुँचने में कोई देरी नहीं होनी चाहिए और प्रशासनिक मशीनरी पूरी संवेदनशीलता के साथ काम करे।
धराली और आसपास के क्षेत्रों में लगातार प्रवास कर मुख्यमंत्री धामी ने लोगों में यह विश्वास जगाया है कि सरकार केवल आदेश देने के लिए नहीं, बल्कि संकट के समय हर नागरिक के साथ खड़ी है। उनके सक्रिय और संवेदनशील दृष्टिकोण ने न केवल प्रभावित परिवारों को संबल प्रदान किया है, बल्कि बचाव और राहत कार्यों में लगे जवानों का मनोबल भी बढ़ाया है।
धराली आपदा में एक जनसेवक के रूप में कार्य करने और साथ ही विकास की दिशा में ठोस निर्णय लेकर मुख्यमंत्री धामी ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि चुनौती चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हो, वे सदैव राज्य के प्रत्येक व्यक्ति के साथी हैं।