नयी दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' से, इसकी शुरुआत से अब तक कुल 34.13 करोड़ रुपये की आय हुई है। सूचना और प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शुक्रवार को राज्यसभा को यह जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम आकाशवाणी मौजूदा संसाधनों के माध्यम से बिना अतिरिक्त खर्च के तैयार करता है।
उन्होंने बताया कि ‘मन की बात’ कार्यक्रम पारंपरिक और डिजिटल दोनों माध्यमों से श्रोताओं तक पहुंचता है और इसके जरिए अब तक 34.13 करोड़ रुपये की आय हुई है।
‘मन की बात’ का पहली बार प्रसारण तीन अक्टूबर 2014 को हुआ था। मुरुगन ने बताया कि एक बड़ा वर्ग आकाशवाणी के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेटवर्क के माध्यम से इस कार्यक्रम को सुनता है तथा क्षेत्रीय भाषाओं में भी इसका प्रसारण किया जाता है ताकि यह स्थानीय श्रोताओं तक पहुंच सके।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का प्रसारण दूरदर्शन के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय चैनलों पर भी किया जाता है। इसके अलावा, डीडी फ्री डिश के माध्यम से 48 आकाशवाणी रेडियो चैनल और 92 निजी टीवी चैनलों पर भी इसे प्रसारित किया जाता है, जिससे यह देश के ग्रामीण और दूरदराज इलाकों तक भी सुना जा सकता है।
मंत्री ने बताया कि ‘मन की बात’ के दृश्य प्रारूप (विजुअल फॉर्मेट) ने दर्शकों को जोड़ने और सामूहिक रूप से विचार-विमर्श का अवसर देने में मदद की है।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम पीएमओ इंडिया, आकाशवाणी और प्रसार भारती के यूट्यूब चैनलों, प्रसार भारती के ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘वेव्स’, और ‘न्यूजऑनएआईआर’ मोबाइल ऐप पर भी सीधे प्रसारित और संग्रहित किया जाता है। ‘न्यूजऑनएआईआर’ मोबाइल पर 260 से अधिक आकाशवाणी चैनल उपलब्ध हैं।
मुरुगन ने बताया कि यह कार्यक्रम प्रसार भारती की न्यूज़ फीड सेवा 'पीबी शब्द' पर भी उपलब्ध कराया जाता है ताकि इसे विभिन्न संबद्ध मंचों और चैनलों के माध्यम से व्यापक रूप से प्रसारित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम सहित कई सोशल मीडिया मंच पर भी देश और दुनिया भर में दर्शक सुनते और देखते हैं।