गोवा तट के पास हार्ट अटैक के बाद यूक्रेनी नागरिक को भारतीय तटरक्षक बल ने बचाया

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 14-12-2025
Ukrainian national rescued by Indian Coast Guard after suffering heart attack off Goa coast
Ukrainian national rescued by Indian Coast Guard after suffering heart attack off Goa coast

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली

 
भारतीय तटरक्षक बल ने गोवा तट के पास समुद्र में एक मानवीय और त्वरित राहत अभियान को अंजाम देते हुए 62 वर्षीय यूक्रेनी नागरिक की जान बचाई। यह व्यक्ति एक मालवाहक जहाज पर सवार था, जब उसे अचानक दिल का दौरा पड़ा। भारतीय तटरक्षक बल के अनुसार, माल्टा के झंडे वाले व्यापारी जहाज ‘एमवी इंटरएशिया एम्प्लिफाई’ से संकट संदेश मिलते ही तत्काल मेडिकल इवैक्यूएशन की कार्रवाई शुरू की गई।
 
तटरक्षक पोत सी-420 ने तेजी से मौके पर पहुंचकर बीमार क्रू सदस्य को सुरक्षित जहाज से बाहर निकाला और उसे जरूरी चिकित्सा उपचार के लिए तट पर पहुंचाया। तटरक्षक बल ने इस अभियान को समुद्र में जीवन की रक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता का उदाहरण बताया। बल के अनुसार, किसी भी समय समुद्री आपात स्थिति से निपटने के लिए उनकी टीमें पूरी तरह तैयार रहती हैं।
 
इसी बीच, एक अलग समुद्री सुरक्षा अभियान में भारतीय तटरक्षक बल ने गुजरात के जखाऊ के पास भारतीय जलक्षेत्र में बिना अनुमति प्रवेश करने पर 11 पाकिस्तानी मछुआरों को पकड़ा। ये मछुआरे ‘अल वाली’ नामक नाव से यात्रा कर रहे थे। सभी को नाव सहित जखाऊ बंदरगाह लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ और नाव की जांच जारी है। अधिकारियों के अनुसार, यह कार्रवाई 10 दिसंबर को भारत के विशेष आर्थिक क्षेत्र में की गई।
 
तटरक्षक बल ने कहा कि यह अभियान भारत की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय समुद्री कानूनों के सख्त पालन के प्रति देश की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इसके साथ ही समुद्री क्षेत्र में निरंतर निगरानी को राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा रणनीति का अहम हिस्सा बताया गया।
 
इस सप्ताह भारत और बांग्लादेश के बीच मानवीय आधार पर मछुआरों की अदला-बदली भी पूरी की गई। विदेश मंत्रालय के अनुसार, अनजाने में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा पार करने पर गिरफ्तार किए गए 47 भारतीय और 38 बांग्लादेशी मछुआरों को उनके देशों को लौटाया गया। मंत्रालय ने कहा कि यह प्रक्रिया दोनों देशों के मछुआरा समुदायों की आजीविका और मानवीय चिंताओं को ध्यान में रखकर की गई है।