न्यूयॉर्क
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के साथ व्यापार समझौता अब तक अंतिम रूप नहीं ले पाया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत दुनिया के लगभग सभी देशों से ज़्यादा टैरिफ लगाता है।
मंगलवार को स्कॉटलैंड से वॉशिंगटन लौटते समय एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जब ट्रंप से पूछा गया कि क्या भारत के साथ व्यापार समझौता तय हो चुका है, तो उन्होंने साफ कहा – “नहीं, यह फाइनल नहीं हुआ है।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या भारत 20-25 प्रतिशत तक के अमेरिकी टैरिफ के लिए तैयार हो रहा है, तो ट्रंप ने कहा – “हां, मुझे ऐसा लगता है।”
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ज़िक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, “भारत मेरे दोस्त हैं, मोदी मेरे मित्र हैं। और उन्होंने मेरे कहने पर पाकिस्तान के साथ युद्ध समाप्त किया, यह बहुत अच्छी बात थी। पाकिस्तान ने भी सहयोग किया। हमने कई महत्वपूर्ण मसलों का हल निकाला, जिनमें हाल ही में कंबोडिया से जुड़ा मामला भी शामिल है।”
जब उनसे पूछा गया कि वे भारत से इस समझौते में क्या अपेक्षा रखते हैं, तो उन्होंने कहा, “हम देखेंगे। लेकिन भारत अच्छा मित्र रहा है। हालांकि, वर्षों से भारत लगभग सभी देशों से ज़्यादा टैरिफ वसूलता रहा है। अब मैं सत्ता में हूं, और अब ऐसा नहीं हो सकता।”
उन्होंने आगे कहा, “मुझे लगता है कि व्यापार समझौते अच्छी दिशा में जा रहे हैं – सभी के लिए, लेकिन विशेष रूप से अमेरिका के लिए ये बेहद फायदेमंद साबित हो रहे हैं।”
इधर भारत सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल 25 अगस्त को भारत आएगा, ताकि प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर बातचीत का अगला दौर शुरू किया जा सके।
हालांकि अमेरिकी टीम अगस्त के अंत में आ रही है, लेकिन दोनों पक्ष 1 अगस्त से पहले एक अंतरिम व्यापार समझौते पर मतभेदों को सुलझाने में लगे हुए हैं। 1 अगस्त को उन टैरिफों की निलंबन अवधि समाप्त हो रही है, जिन्हें ट्रंप प्रशासन ने भारत समेत कई देशों पर लगाया था (भारत पर 26 प्रतिशत)।
गौरतलब है कि भारत और अमेरिका के बीच इस व्यापार समझौते को लेकर पिछले सप्ताह वॉशिंगटन में पांचवें दौर की बातचीत हो चुकी है।
इस साल 2 अप्रैल को ट्रंप ने उच्च रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा की थी। हालांकि, इन टैरिफों के लागू होने को पहले 90 दिन (9 जुलाई तक) और फिर 1 अगस्त तक स्थगित कर दिया गया था, क्योंकि अमेरिका उस दौरान विभिन्न देशों के साथ व्यापार वार्ता में जुटा हुआ है।