नई दिल्ली
त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष बिस्वबन्धु सेन के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। पीएम मोदी ने कहा कि बिस्वबन्धु सेन त्रिपुरा के विकास और सामाजिक कल्याण के लिए किए गए अपने अथक प्रयासों के लिए हमेशा याद किए जाएंगे। उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "त्रिपुरा विधानसभा के अध्यक्ष श्री बिस्वबन्धु सेन जी के निधन से दुख हुआ। उन्हें त्रिपुरा के विकास और सामाजिक कार्यों के प्रति उनके समर्पण के लिए याद किया जाएगा। इस दुखद समय में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।"
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सेन के निधन पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सेन एक समर्पित नेता थे जिन्होंने अपने जीवन के कई वर्ष जनता की सेवा में लगाए। उनका निधन त्रिपुरा के राजनीतिक परिदृश्य के लिए अपूरणीय क्षति है।
बिस्वबन्धु सेन का निधन शुक्रवार सुबह हुआ। वे लंबे समय से बेंगलुरु के एक निजी अस्पताल में गंभीर बीमारी का इलाज करवा रहे थे। शुरुआत में वे त्रिपुरा कांग्रेस से जुड़े थे, बाद में भाजपा में शामिल होकर 21 जून 2018 से त्रिपुरा विधानसभा के 11वें अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे। वे धर्मनगर विधानसभा क्षेत्र से चार बार विधायक रहे।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने सेन के आकस्मिक निधन को राज्य के लोगों के लिए अपूरणीय क्षति बताया और शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और परिवार को इस कठिन समय में शक्ति दें।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भी सेन को याद करते हुए कहा कि वे हमेशा जनता की सेवा के लिए अपने निस्वार्थ समर्पण के लिए याद किए जाएंगे।
भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्र ने कहा कि सेन ने पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जनता की सेवा एवं कल्याण के प्रति हमेशा प्रतिबद्ध रहे। उनका निधन पार्टी, त्रिपुरा और सार्वजनिक जीवन के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिवार व समर्थकों को यह नुकसान सहन करने की शक्ति की कामना की।
बिस्वबन्धु सेन के निधन ने त्रिपुरा और पूरे देश में नेताओं और जनता में शोक की लहर दौड़ा दी है।