दिल्ली-एनसीआर में मूसलाधार बारिश, हिमाचल में तबाही का असर बरकरार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 14-08-2025
Torrential rain in Delhi-NCR, effect of devastation continues in Himachal
Torrential rain in Delhi-NCR, effect of devastation continues in Himachal

 

नई दिल्ली

गुरुवार तड़के दिल्ली और आसपास के एनसीआर क्षेत्रों में तेज बारिश हुई। लाजपत नगर, आरके पुरम, लोदी रोड और दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर समेत कई इलाकों में मूसलाधार बारिश दर्ज की गई।

इससे पहले मंगलवार को भी राजधानी के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई थी, जिनमें मिन्टो ब्रिज, विजय चौक, मोती बाग फ्लाईओवर, रफी मार्ग और निजामुद्दीन फ्लाईओवर शामिल थे।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, मंगलवार के पूर्वानुमान में “गर्जन के साथ बारिश” की संभावना जताई गई थी। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश और इससे जुड़े हादसों ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) के अनुसार, 323 सड़कें, 70 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (DTR) और 130 पेयजल योजनाएं बाधित हुई हैं।

20 जून से शुरू हुए मानसून के दौरान अब तक राज्य में 241 मौतें हुई हैं, जिनमें से 126 बारिश से जुड़े हादसों — जैसे भूस्खलन, बाढ़, बादल फटना, डूबना, बिजली गिरना, सांप के काटने, करंट लगना और गिरने — से हुई हैं, जबकि 115 सड़क दुर्घटनाओं में जान गई है।

बारिश से जुड़े हादसों में सबसे ज्यादा मौतें मंडी (26), कांगड़ा (28) और चंबा (9) जिलों में दर्ज हुईं। सड़क हादसों में भी मंडी (21) सबसे आगे रहा, इसके बाद चंबा (17) और कांगड़ा (11) का स्थान रहा।

बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। एनएच-305 (कुल्लू) और एनएच-505 (लाहौल-स्पीति) भूस्खलन और सड़क धंसने के कारण बंद हैं। कुल्लू में 70, मंडी में 179 और कांगड़ा में 25 सड़कें अभी भी बंद हैं। बिजली आपूर्ति में भी मंडी सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां 50 DTR बंद पड़े हैं।

पेयजल आपूर्ति पर भी असर पड़ा है। मंडी जिले में 72 योजनाएं ठप हैं, जबकि हमीरपुर, लाहौल-स्पीति और कुल्लू में भी सेवाएं बाधित हुई हैं।

SDMA ने मानसून सीजन में अब तक सार्वजनिक और निजी संपत्ति को हुए कुल नुकसान का अनुमान 2,031 करोड़ रुपये से अधिक लगाया है, जिसमें सबसे ज्यादा असर लोक निर्माण विभाग, जल शक्ति विभाग और बिजली क्षेत्र पर पड़ा है।

प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, क्योंकि भारी बारिश की चेतावनी जारी है और लगातार बारिश होने पर बहाली कार्यों में देरी हो सकती है।