मॉस्को में बम विस्फोट में दो पुलिसकर्मियों समेत तीन की मौत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 24-12-2025
Three people, including two police officers, were killed in a bomb blast in Moscow.
Three people, including two police officers, were killed in a bomb blast in Moscow.

 

मॉस्को

रूस की राजधानी मॉस्को में बुधवार को एक बम विस्फोट में दो पुलिसकर्मियों सहित तीन लोगों की मौत हो गई। यह घटना उस इलाके में हुई, जहां कुछ दिन पहले एक कार बम धमाके में वरिष्ठ रूसी जनरल की जान गई थी।

स्थानीय पुलिस के अनुसार, येलेत्स्काया स्ट्रीट पर दो पुलिसकर्मी संदिग्ध व्यक्ति को देखकर उसे हिरासत में लेने के प्रयास में आगे बढ़े। इसी दौरान संदिग्ध ने खुद को विस्फोटक के साथ उड़ाकर धमाका कर दिया। इस धमाके में मौके पर ही दोनों पुलिसकर्मी और पास खड़ा एक अन्य नागरिक मारा गया।

मृत पुलिस अधिकारियों की पहचान लेफ्टिनेंट इल्या क्लिमानोव (24) और मैक्सिम गोर्बुनोव (25) के रूप में हुई है। तीसरे मृतक की पहचान संदिग्ध हमलावर के रूप में की जा रही है, जिसके शरीर और व्यक्तिगत दस्तावेजों के आधार पर फॉरेंसिक डीएनए जांच की जा रही है। पुलिस घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रही है। समाचार चैनलों की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विस्फोटक व्यक्ति का यूक्रेन की खुफिया एजेंसी से संबंध होने की आशंका है।

यह धमाका उस स्थान के पास हुआ जहां सोमवार को लेफ्टिनेंट जनरल फानिल सरवारोव की कार में लगाए गए विस्फोटक उपकरण के कारण उनकी मौत हो गई थी। सरवारोव के वाहन के नीचे बम लगाया गया था और उसे विस्फोट कर दिया गया था।

इसी बीच, रूस के रक्षा मंत्रालय ने बताया कि मॉस्को समेत विभिन्न क्षेत्रों में यूक्रेनी ड्रोन हमलों की कोशिश हुई। मंत्रालय ने कहा कि हवाई रक्षा प्रणालियों ने 172 यूक्रेनी ड्रोन को रातभर मार गिराया।

मॉस्को पुलिस ने शहर में सुरक्षा कड़ी कर दी है और पूरे इलाके में सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारी स्थानीय लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत साझा करने की अपील कर रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के बम विस्फोट और ड्रोन हमले रूस में सुरक्षा स्थिति की गंभीर चुनौती को दर्शाते हैं, और मॉस्को में आतंकवाद और ड्रोन हमले जैसी घटनाओं पर सतर्कता बढ़ाने की आवश्यकता है।इस विस्फोट ने राजधानी में डर और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है, और सुरक्षा एजेंसियां संभावित हमलों की रोकथाम के लिए अतिरिक्त कदम उठा रही हैं।