Three people got a new life from the organ donation of a brain-dead youth in Jaipur
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
सड़क हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए 18 वर्षीय युवक रोहन शर्मा की अंगदान के जरिए तीन मरीजों को नई जिंदगी मिली. जयपुर जिले की गोविंदगढ़ तहसील के रहने वाले रोहन का 24 अगस्त को सीकर रोड पर हादसा हो गया था. गंभीर हालत में उन्हें सवाई मानसिंह अस्पताल (एसएमएस) के आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी हालत बिगड़ती चली गई और 30 अगस्त को उन्हें ब्रेन-डेड घोषित कर दिया गया.
अस्पताल के डॉक्टरों और पूर्व विधायक रामलाल शर्मा की समझाइश के बाद रोहन के पिता अशोक शर्मा और परिवार के अन्य सदस्यों ने अंगदान का फैसला लिया। इसके बाद रोहन के दोनों किडनी और लीवर जरूरतमंद मरीजों को दान किए गए.
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. दीपक महेश्वरी ने बताया कि अंग प्रत्यारोपण की पूरी प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई। वहीं, अस्पताल के अंग प्रत्यारोपण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. मनीष अग्रवाल ने कहा कि यह पूरा कार्य मेडिकल टीम की आपसी तालमेल और त्वरित प्रयासों से संभव हुआ.
इस निर्णय ने न केवल तीन मरीजों को नई जिंदगी दी है बल्कि समाज में अंगदान के महत्व और प्रेरणा का भी संदेश दिया है.