हैदराबाद में भीषण आग से महिलाओं और बच्चों सहित 17 की मौत, चारमीनार के पास गुलज़ार हाउस में मचा हाहाकार

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 18-05-2025
These extremists entered a graveyard at a place called Rodha in Khushab district of Pakistani province Punjab and started vandalizing it.
These extremists entered a graveyard at a place called Rodha in Khushab district of Pakistani province Punjab and started vandalizing it.

 

हैदराबाद

दक्षिण भारत के प्रमुख शहरों में से एक हैदराबाद के गुलज़ार हाउस इलाके में रविवार सुबह एक भीषण अग्निकांड में महिलाओं और एक 7 वर्षीय बच्ची सहित कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई. यह दर्दनाक हादसा उस समय हुआ जब शहर के ऐतिहासिक चारमीनार से सटे इस भीड़भाड़ वाले इलाके की एक व्यावसायिक इमारत में आग लग गई.

एनडीटीवी समेत कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हादसा रविवार सुबह करीब 6:30 बजे हुआ. प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है, लेकिन आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि नहीं हुई है.

जैसे ही आग की सूचना मिली, 11 दमकल गाड़ियां तुरंत मौके पर पहुंचीं और कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया. अग्निशमन विभाग ने बताया कि अंदर फंसे कई लोग बेहोशी की हालत में मिले। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.

पुराने शहर में सुरक्षा उपायों पर सवाल

हैदराबाद पुलिस की उपायुक्त स्नेहा मेहरा ने बताया कि इमारत पुरानी थी और इलाके की गलियां बेहद संकरी थीं. "यहां आभूषण की दुकानें पास-पास बनी हैं, जिससे राहत कार्य में मुश्किलें आईं," उन्होंने कहा. पुलिस के मुताबिक, इमारत में केवल एक ही प्रवेश द्वार था, जिसे बचाव कार्य के दौरान तोड़कर दूसरा रास्ता बनाया गया.

गुलज़ार हाउस, चारमीनार के पास स्थित हैदराबाद का सबसे पुराना और घना व्यावसायिक क्षेत्र है. यहां सैकड़ों साल पुरानी दुकानें और इमारतें एक-दूसरे से सटी हुई हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस इलाके में आग से सुरक्षा के मानक बेहद कमजोर हैं.

केंद्रीय मंत्री और पीएम मोदी की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने घटनास्थल का दौरा किया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने कहा,"मैं किसी को दोष नहीं दे रहा हूं, लेकिन पुलिस, नगर निगम, अग्निशमन और बिजली विभागों को अधिक सक्षम और आधुनिक बनाना होगा. मुझे बताया गया कि शुरुआत में दमकल टीम के पास उचित उपकरण नहीं थे."

उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से मदद दिलाने के लिए वह प्रधानमंत्री से चर्चा करेंगे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस दुखद हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है. उन्होंने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से मृतकों के परिजनों को ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की सहायता राशि देने की घोषणा की.

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया

बीआरएस नेता केटी रामा राव और राज्य सरकार के मंत्री पोन्नम प्रभाकर ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायज़ा लिया और पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट की. केटीआर ने कहा कि बीआरएस की टीमें हर प्रकार की सहायता के लिए तैयार हैं..