चंडीगढ़
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारतीय नागरिकों को ‘डंकी रूट’ के जरिए अवैध रूप से अमेरिका भेजने के मामले में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में बृहस्पतिवार को पुनः छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई धनशोधन की जांच के तहत की गई है।
ED ने बताया कि इस गिरोह में शामिल कथित ऑपरेटरों की पहचान करने के बाद जुलाई में पहले दौर की छापेमारी की गई थी। उस दौरान कुछ ट्रैवल एजेंटों की लगभग पांच करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। बृहस्पतिवार को उन संस्थाओं और व्यक्तियों के ठिकानों पर कार्रवाई की गई, जिन पर इस गिरोह के दूसरे और तीसरे स्तर पर शामिल होने का संदेह है।
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में पंजाब के जालंधर स्थित एक ट्रैवल कंपनी, दिल्ली और हरियाणा के पानीपत में कुछ व्यक्तियों के घर शामिल थे।
इस साल फरवरी में अमेरिकी सरकार द्वारा 300 भारतीय नागरिकों को सैन्य मालवाहक विमान से निर्वासित किए जाने के बाद पंजाब और हरियाणा पुलिस ने कई प्राथमिकी दर्ज की थीं, जिनमें से यह मामला ED के पास आया। इन लोग अमेरिका में "अवैध रूप से" रह रहे थे।
ईडी के अनुसार, गिरोह के एजेंट भोले-भाले लोगों को कानूनी तरीके से अमेरिका भेजने का झांसा देकर मोटी रकम वसूलते थे। इन यात्रियों को दक्षिण अमेरिकी देशों के खतरनाक रास्तों से अमेरिका की सीमा तक पहुँचाया गया और अवैध तरीके से देश में प्रवेश कराया गया।
ED ने यह भी बताया कि पूरी यात्रा के दौरान यात्रियों को प्रताड़ित किया गया, उनसे और पैसे वसूले गए और उन्हें अवैध कार्य करने के लिए मजबूर किया गया। इस गिरोह ने लोगों को धोखा देकर अपराध से धन अर्जित किया।