नई दिल्ली
भारतीय सुरक्षा बलों की कार्रवाई में एक वरिष्ठ माओवादी कमांडर सहित छह माओवादी मारे गए हैं। यह ऑपरेशन माओवादी समूह द्वारा दशकों से चल रहे सशस्त्र संघर्ष को रोकने की घोषणा के कुछ ही हफ़्तों बाद हुआ। भारतीय पुलिस ने पुष्टि की कि माधवी हिडमा और उनके साथियों को “सबसे भयानक” गुरिल्ला हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
महाराष्ट्र पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी महेश चंद्र लड्डा ने बताया कि हिडमा, उनकी पत्नी राजे और चार अन्य माओवादी आंध्र प्रदेश में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए। हिडमा के सिर पर लगभग 1,10,000 डॉलर का इनाम था। अभियान के दौरान असॉल्ट राइफलें, पिस्तौलें और कई विस्फोटक भी जब्त किए गए।
सरकार ने 31 मार्च 2026 तक माओवादी विद्रोह को पूरी तरह समाप्त करने का संकल्प लिया है। माओवादी समूह ने दो महीने पहले अपने सशस्त्र संघर्ष को रोकने और बातचीत की पेशकश की थी। इसी बीच पुलिस और माओवादी के बीच मंगलवार को झड़प हुई।
भारतीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने कहा था कि आत्मसमर्पण करने वालों का स्वागत किया जाएगा, जबकि हथियार उठाने वालों को कड़ा जवाब मिलेगा।
1967 में चीनी क्रांतिकारी माओत्से तुंग से प्रेरित माओवादी विद्रोह ने 12,000 से अधिक लोगों की जान ली है। 2000 के दशक में माओवादियों का देश के एक-तिहाई हिस्से पर नियंत्रण था और उनके सैनिकों की संख्या 15,000 से 20,000 थी। हाल के वर्षों में उनकी ताकत में गिरावट आई है। पिछले अक्टूबर में 250 से अधिक माओवादी सदस्यों ने आत्मसमर्पण किया था।