राकेश चौरासिया / नई दिल्ली.
सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान अल सऊद ने कहा है कि तालिबान पर भारत का रुख ठीक है और हम उसका समर्थन करते हैं.
न्यूजबॉक्स इंडिया के अनुसार, सऊदी विदेश मंत्री फैसल ने कहा, “हम तालिबान पर भारत के रुख का समर्थन करते हैं, हम भारत के साथ हैं.”
#BREAKING : We support India's stand on Taliban, we are with India : Saudi Foreign Minister pic.twitter.com/EsHFGlvAMA
— NewsBox India🚨 (@Newsbox_India) September 19, 2021
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को अपने सऊदी समकक्ष फैसल बिन फरहान अल सऊद के साथ अफगानिस्तान में विकास सहित कई द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर व्यापक बातचीत की.
Delighted to welcome FM of Saudi Arabia HH Prince @Faisalbinfarhan for his first ever visit to India. pic.twitter.com/KVk6LRvnZo
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 19, 2021
जयशंकर ने ट्वीट किया, “सऊदी अरब के विदेश मंत्री एचएच प्रिंस फैसल बिन फरहान का भारत की पहली यात्रा पर स्वागत करते हुए खुशी हो रही है.”
A cordial and productive meeting with Saudi FM HH @Faisalbinfarhan.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 19, 2021
Discussed our cooperation in the political, security and socio-cultural pillars of our strategic partnership.
Very useful exchange of views on Afghanistan, the Gulf and the Indo-Pacific. pic.twitter.com/0cYq6I5VUU
इस समय सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हुए हैं. अल सऊद तीन दिवसीय यात्रा पर शनिवार शाम नई दिल्ली पहुंचे.
भारत और सऊदी अरब के बीच रक्षा और सुरक्षा संबंधों में धीरे-धीरे विस्तार हो रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सऊदी विदेश मंत्री के भारतीय नेताओं के साथ मुलाकात के दौरान द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान के मौजूदा हालात पर चर्चा करने की उम्मीद है.
सऊदी विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे.
सऊदी विदेश मंत्री की यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब भारत तालिबान द्वारा अपने अधिग्रहण के बाद अफगानिस्तान के विकास पर सभी प्रमुख शक्तियों के साथ जुड़ा हुआ है.
यह पता चला है कि अफगानिस्तान की स्थिति श्री जयशंकर और अल सऊद के बीच वार्ता का एक प्रमुख क्षेत्र था.
एक प्रमुख क्षेत्रीय खिलाड़ी होने के नाते, काबुल के घटनाक्रम पर सऊदी अरब की स्थिति महत्वपूर्ण है, क्योंकि कतर और ईरान सहित खाड़ी क्षेत्र के कई देश तालिबान के सत्ता में आने से पहले अफगान शांति प्रक्रिया में भूमिका निभा रहे थे.
खाड़ी क्षेत्र में, भारत अफगानिस्तान में हो रहे घटनाक्रम को लेकर संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कतर और ईरान के संपर्क में रहा है.
फैसल बिन फरहान संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने के लिए सोमवार शाम नई दिल्ली से न्यूयॉर्क के लिए रवाना होंगे.