Students skilled in traditional music can pursue engineering at IIT-Madras: Director
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
पारंपरिक संगीत में निपुण छात्र अब आईआईटी-मद्रास में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर सकते हैं। आईआईटी-मद्रास के निदेशक प्रोफेसर वी. कामकोटी ने यह जानकारी दी और उन्होंने माता-पिता से बच्चों को छोटी उम्र से ही संगीत सीखने के लिए प्रेरित करने की अपील की।
भारतीय ललित कला सोसाइटी के 93वें वार्षिक दक्षिण भारतीय संगीत सम्मेलन एवं महोत्सव में उद्घाटन भाषण देते हुए प्रोफेसर कामकोटी ने कहा कि संगीत का विज्ञान, विशेष रूप से गणित के साथ गहरा संबंध है।
प्रोफेसर कामकोटी ने कहा, ‘‘हम आईआईटी-मद्रास में इस पर काफी काम कर रहे हैं।’’
कामकोटी के अनुसार आईआईटी-मद्रास में अंतरविभागीय शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए, वे 'बांस से बने माइक-रहित' ऑडिटोरियम स्थापित कर रहे हैं और साथ ही 'इलैयाराजा सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन म्यूजिक' की स्थापना की प्रक्रिया जारी है।