मेरठ
नए साल 2026 के जश्न को देखते हुए मेरठ में सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर पुलिस ने चौकसी काफ़ी बढ़ा दी है। सड़क दुर्घटनाओं को रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा विशेष रोड सेफ्टी अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत वाहनों की सघन जांच की जा रही है।
यह कदम देश के कई प्रमुख शहरों—जैसे मेरठ, दिल्ली, अयोध्या और भोपाल—में नए साल के मौके पर बढ़ी सतर्कता का हिस्सा है, जहां बड़ी संख्या में लोगों के जुटने और देर रात तक होने वाले समारोहों को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा इंतज़ाम कड़े किए गए हैं।
मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टाडा ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से पुलिस लगातार एक विशेष अभियान चला रही है। उन्होंने कहा, “रोड सेफ्टी के तहत वाहनों की जांच की जा रही है और यह देखा जा रहा है कि किसी वाहन में कोई आपत्तिजनक वस्तु तो नहीं है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है। “यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी व्यक्ति नशे की हालत में वाहन न चलाए,” उन्होंने कहा।
नए साल के मद्देनज़र मेरठ जिले को 9 ज़ोन और 30 सेक्टर में विभाजित किया गया है। हर ज़ोन और सेक्टर में पुलिस बल की तैनाती कर विभिन्न चेक प्वाइंट्स पर लगातार जांच की जा रही है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
इसी तरह राजधानी दिल्ली में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। यहां 3,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और 50 से ज़्यादा चेक प्वाइंट बनाए गए हैं। पार्टी ज़ोन, मॉल और भीड़भाड़ वाले इलाकों में शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों की जांच के साथ-साथ भीड़ नियंत्रण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मोबाइल और स्थायी पेट्रोलिंग भी बढ़ा दी गई है।
अयोध्या में भी नए साल और लगातार बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए पूरे मंदिर नगर को ज़ोन और सेक्टर में बांटा गया है। सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन की मदद से भीड़ पर नजर रखी जा रही है, जबकि वाहनों की जांच और शराब पीकर वाहन चलाने के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है।
भोपाल में भी पुलिस ने चेकिंग अभियान तेज कर दिया है। वाहनों की गहन तलाशी ली जा रही है ताकि अवैध शराब की तस्करी रोकी जा सके। इसके साथ ही ब्रेथ एनालाइज़र से जांच की जा रही है और बार व रेस्टोरेंट्स को नए साल के जश्न के दौरान नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
कुल मिलाकर, नए साल के जश्न को सुरक्षित और शांतिपूर्ण बनाने के लिए देशभर में पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।






.png)