रायबरेली (उत्तर प्रदेश)
रायबरेली जिले में इस महीने की शुरुआत में एक दलित व्यक्ति की चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या करने के मामले में मंगलवार को दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
रायबरेली पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, गिरफ्तार किए गए दोनों लोगों की पहचान छोटू उर्फ सुजीत अग्रहरि और अवनीश सिंह उर्फ सौरभ सिंह बघेल के रूप में हुई है, जो पचखरा गाँव के बनियान का पुरवा के निवासी हैं।
बयान में कहा गया है कि ये गिरफ्तारियाँ सोमवार और मंगलवार को की गईं, जिससे इस मामले में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या 14 हो गई है।
पुलिस ने कहा, "जांच क्षेत्राधिकारी (डलमऊ) गिरिजा शंकर त्रिपाठी द्वारा की जा रही है। घटना में शामिल अन्य लोगों का पता लगाने के प्रयास जारी हैं, जिनमें वे लोग भी शामिल हैं जो दूसरे जिलों या राज्यों में भाग गए होंगे। सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी, जिसने कथित तौर पर पीड़ित हरिओम वाल्मीकि की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी, को 10 अक्टूबर को पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। इससे पहले, मामला दर्ज होने के तुरंत बाद नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया था और 8 अक्टूबर को दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस ने यह भी कहा कि कानून प्रवर्तन विभाग की जवाबदेही तय की गई है और दो उप-निरीक्षकों सहित पाँच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। घटना से संबंधित सोशल मीडिया वीडियो की भी जाँच की जा रही है।
पुलिस ने कहा कि मामले में आरोपियों में दलित और पिछड़े समुदायों सहित विभिन्न जातियों के लोग शामिल हैं, और उन्होंने जनता से इस घटना को जातिगत रंग न देने की अपील की।
फतेहपुर जिले के दलित निवासी वाल्मीकि की 2 अक्टूबर की रात रायबरेली के ऊँचाहार इलाके में जमुनापुर के पास चोर समझकर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। घटना के बाद, पुलिस ने मामला दर्ज किया और कई आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इस घटना ने राजनीतिक हंगामा भी मचा दिया, जब लोकसभा में विपक्ष के नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी ने इस पर चिंता व्यक्त की और परिवार से बात करके उन्हें न्याय का आश्वासन दिया। वहीं उत्तर प्रदेश में विपक्षी समाजवादी पार्टी ने कानून-व्यवस्था, खासकर दलितों के खिलाफ अपराधों को लेकर भाजपा नीत सरकार की आलोचना की।
11 अक्टूबर को, वाल्मीकि की पत्नी संगीता वाल्मीकि अपने परिवार के सदस्यों के साथ लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलीं। मुख्यमंत्री ने शोक व्यक्त किया और परिवार को न्याय और सरकारी सहायता का आश्वासन दिया, जिसमें मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास, संगीता वाल्मीकि के लिए एक स्थायी नौकरी और कल्याणकारी योजनाओं के तहत कवरेज शामिल है।
आदित्यनाथ ने कहा था कि आरोपियों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया और दलितों व वंचित वर्गों की सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।