जम्मू
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने मंगलवार को कहा है कि पाकिस्तान के पास भारत के साथ खुले युद्ध की क्षमता नहीं है, लेकिन वह फिर भी पहलगाम जैसे आतंकवादी हमले करने का प्रयास कर सकता है। ऐसे किसी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दूसरे चरण को और भी तेज़ और घातक होने का संकेत दिया है। पश्चिमी कमान के कमांडर ने संवाददाताओं से कहा कि इस बार जो कार्रवाई की जाएगी वह पहले से कहीं ज़्यादा असरदार होगी और इसमें कोई संशय नहीं होना चाहिए।
कटियार ने कहा कि पाकिस्तान अपनी पुरानी नीति पर कायम है — “भारत को हजारों जख्म देकर लहूलुहान करने” की कोशिश — और भारतीय सेना इसे सहन नहीं करेगी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के पहले चरण में भारत ने पाकिस्तान के ठिकानों को भारी क्षति पहुंचाई, चौकियों और हवाई अड्डों पर निशाना साधा गया, परन्तु दुश्मन फिर भी ऐसी हरकतों का प्रयास कर सकता है। इसीलिए सुरक्षा बल सतर्क हैं और हर संभावित स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान भविष्य में पहलगाम जैसी घटनाओं को दोहरा सकता है, तो उन्होंने कहा कि तब तक जब तक पाकिस्तान की सोच में बदलाव नहीं आएगा, वह इस तरह की हरकतें करता रहेगा। कटियार ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आमने-सामने झूमकर युद्ध करने की स्थिति में नहीं है और न ही उसकी इच्छा है कि वह खुलकर जंग करे; उसकी रणनीति asymmetric हमलों के ज़रिए परेशानी पैदा करने की रही है। इसलिए इसका कड़ा और निर्णायक जवाब दिया जाएगा।
पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने देशवासियों और पूर्व सैनिकों से समर्थन की अपील भी की और कहा कि भारतीय सेना को आगे की कार्रवाई के लिए राष्ट्रीय समर्थन की आवश्यकता है। कटियार ने भरोसा जताया कि सेना न केवल जवाब देने के लिए सक्षम है बल्कि इस बार की कार्रवाइयाँ पहले से अधिक प्रभावी और निर्णायक होंगी, ताकि किसी भी तरह की दोबारा कोशिश को सफल न होने दिया जा सके।