आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
वाशिंगटन में क्वाड समूह की बैठक में भाग लेने वाले विदेश मंत्रियों ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की, जिसमें 25 भारतीय नागरिकों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी। उन्होंने इस हमले के अपराधियों, आयोजकों और वित्तपोषकों को बिना किसी देरी के न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया।
*क्वाड समूह की मुख्य बातें:*
- *पहलगाम आतंकवादी हमला:* क्वाड समूह ने इस हमले की निंदा की और अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने का आह्वान किया।
- *मुक्त और खुला हिन्द-प्रशांत क्षेत्र:* क्वाड समूह ने इस क्षेत्र में सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने और बल या जबरदस्ती से स्थिति को बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
- *चीन की सैन्य गतिविधियाँ:* क्वाड समूह ने पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में चीन की सैन्य गतिविधियों पर गंभीर चिंता व्यक्त की और बल या जबरदस्ती से स्थिति को बदलने के किसी भी एकतरफा प्रयास का विरोध किया।
- *आपूर्ति श्रृंखला सुरक्षा:* क्वाड समूह ने महत्वपूर्ण खनिजों के लिए विश्वसनीय और विविध आपूर्ति श्रृंखलाओं के महत्व पर बल दिया।
- *म्यांमार संकट:* क्वाड समूह ने म्यांमार में बिगड़ते संकट पर गंभीर चिंता व्यक्त की और सभी पक्षों से संघर्ष विराम और मानवीय सहायता की अनुमति देने का आग्रह किया।
- *उत्तर कोरिया:* क्वाड समूह ने उत्तर कोरिया के बैलिस्टिक मिसाइल प्रौद्योगिकी का उपयोग करके अस्थिर करने वाले प्रक्षेपणों और परमाणु हथियारों की निरंतर खोज की निंदा की।
क्वाड समूह की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो, ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग और जापानी विदेश मंत्री ताकेशी इवाया ने भाग लिया। इस बैठक में क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें आतंकवाद विरोधी प्रयास, समुद्री सुरक्षा और आर्थिक सहयोग शामिल हैं।