पठानकोट (पंजाब)
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश और नदियों का बढ़ता जलस्तर पठानकोट में भी असर दिखा रहा है। कई इलाकों में जलभराव हो गया है।
स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर को निकासी केंद्र (Evacuation Centre) के रूप में चिन्हित किया है और वहाँ भोजन की समुचित व्यवस्था की जा रही है।
अतिरिक्त उपायुक्त हरदीप सिंह ने कहा, “जम्मू-कश्मीर में लगातार बारिश के कारण पठानकोट में जलस्तर बढ़ गया है। हमने राधा स्वामी सत्संग ब्यास को निकासी केंद्र बनाया है। जरूरत पड़ने पर लोगों को यहाँ शिफ्ट किया जाएगा और खाने-पीने की उचित व्यवस्था की जाएगी।”
उन्होंने यह भी बताया कि जिला प्रशासन पानी के स्तर को लेकर जम्मू-कश्मीर अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।
इस बीच, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बुधवार सुबह जम्मू क्षेत्र और आसपास के इलाकों में व्यापक गरज-चमक और भारी बारिश की चेतावनी जारी की। सुबह 5:10 बजे जारी रडार इमेजरी के अनुसार जम्मू, आरएसपुरा, सांबा, अखनूर, नगरोटा, कोट भलवाल, बिश्नाह, विजयपुर, पुरमंडल और कठुआ-उधमपुर के कुछ हिस्सों में तेज आंधी-तूफान और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई।
रेसी, रामबन, डोडा, बिलावर, कटरा, रामनगर, हीरानगर, गूल और बनिहाल समेत सांबा व कठुआ के आसपास हल्की से मध्यम बारिश हो रही है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, बादलों की ऊँचाई 12 किलोमीटर तक पहुँच रही है, जो गहरे और सक्रिय तूफानों का संकेत है।
प्रशासन ने लोगों को बिजली-तूफान के दौरान घरों में रहने, निचले इलाकों से दूर रहने और आधिकारिक सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।
इस बीच, भारी बारिश और भूस्खलन के चलते जम्मू-कश्मीर में यात्रा बाधित हो गई है। कई पर्यटक फँस गए हैं और 18 ट्रेनें रद्द कर दी गईं।
अधिकारियों के अनुसार, चक्की नदी में आई बाढ़ और मिट्टी धंसने के कारण पठानकोट कैंट से कंदरौरी के बीच रेल यातायात रोक दिया गया। इसी तरह जम्मू तवी से कटरा और जम्मू तवी से बाड़ी ब्राह्मण के बीच भी ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई। चार ट्रेनें शॉर्ट-टर्मिनेट और शॉर्ट-ऑरिजिनेट की गईं।
जम्मू तवी रेलवे स्टेशन पर यात्रियों ने चिंता जताई। एक यात्री ने कहा, “हम दर्शन के लिए आए थे लेकिन अब सभी ट्रेनें रद्द हो गई हैं। सड़कें और हाईवे भी बंद हैं। सुरक्षा कारणों से ट्रेनें रद्द करना जरूरी है।”
दूसरे यात्री ने कहा, “हिमकोटी मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है, भूस्खलन भी हो रहा है। सभी ट्रेनें रद्द हो गई हैं, अब हमें वापसी का रास्ता देखना होगा।”
एक तीसरे यात्री ने बताया, “अभी कुछ तय नहीं है... पानी का स्तर कम होने पर ट्रेनें चलेंगी। बारिश बहुत तेज है और जम्मू के 3-4 पुल भी बह गए हैं।”