नई दिल्ली
भारत के प्रधान न्यायाधीश (CJI) बी. आर. गवई ने शनिवार को संविधान और कानून के शासन को सुदृढ़ बनाए रखने की अपनी अडिग प्रतिबद्धता दोहराई.
बार काउंसिल ऑफ इंडिया (BCI) द्वारा उनके सम्मान में आयोजित एक समारोह में, न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने का हरसंभव प्रयास करेंगे कि संविधानिक अधिकार और वादे समाज के हर वर्ग तक पहुंचें.
गवई ने 14 मई को देश के 52वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ली थी.
समारोह में उन्होंने कहा,"मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि मेरे पास जो भी सीमित कार्यकाल है, उसमें मैं भारत के संविधान और कानून के शासन को बनाए रखने की अपनी शपथ पर पूरी निष्ठा से कायम रहने का प्रयास करूंगा."
प्रधान न्यायाधीश का यह संकल्प न्यायपालिका की स्वतंत्रता और संवैधानिक मूल्यों के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.