करमसद (गुजरात)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि स्वतंत्रता केवल अधिकारों तक सीमित नहीं है, बल्कि कर्तव्यों और राष्ट्रीय एकता के आह्वान से भी जुड़ी है। उनका संदेश गुजरात के आणंद जिले के करमसद में ‘एकता मार्च’ के शुभारंभ अवसर पर पढ़ा गया। करमसद भारत के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल का पैतृक स्थान है।
गुजरात सरकार सरदार पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर करमसद से ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ तक पदयात्रा आयोजित कर रही है। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार को इसकी सराहना की और कहा कि पदयात्राओं ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने बताया कि जब लोग एक साथ चलते हैं, तो मतभेद पीछे छूट जाते हैं और समाज में एकता मजबूत होती है।
मोदी ने कहा कि आज डिजिटल इंडिया, फिट इंडिया, स्वच्छ भारत और ‘एक पेड़ मां के नाम’ जैसी पहलों में नागरिक स्वेच्छा से भाग लेकर राष्ट्रीय एकता का उदाहरण पेश कर रहे हैं। उन्होंने 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में युवाओं की ऊर्जा और समाज की एकजुटता को अहम बताया।मार्च में प्रतिदिन लगभग 15,000 लोग हिस्सा लेंगे और यह पांच दिसंबर को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर समाप्त होगा। इस अवसर पर मोदी ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की।