पीआईबी फैक्ट चेकर ने ब्रह्मोस मिसाइल के घटकों में विफलता का आरोप लगाने वाले डीआरडीओ के फर्जी पत्र का पर्दाफाश किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 08-05-2025
PIB Fact Checker debunks fake DRDO letter alleging failure in BrahMos missile components
PIB Fact Checker debunks fake DRDO letter alleging failure in BrahMos missile components

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेक यूनिट ने गुरुवार को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के एक फर्जी पत्र का पर्दाफाश किया, जो ब्रह्मोस मिसाइल के कलपुर्जों में खराबी का आरोप लगाते हुए ऑनलाइन प्रसारित किया जा रहा है. फैक्ट चेक यूनिट ने एक्स पर एक पोस्ट में साझा किया, "रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिक एएस कुमार द्वारा हस्ताक्षरित एक पत्र ऑनलाइन प्रसारित किया जा रहा है, जिसमें ब्रह्मोस मिसाइल के कलपुर्जों में खराबी का आरोप लगाया गया है. यह पत्र फर्जी है. 
 
डीआरडीओ इंडिया ने ऐसा कोई पत्र जारी नहीं किया है. आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (एआरडीई) में एएस कुमार नाम का कोई वैज्ञानिक नहीं है." https://x.com/pibfactcheck/status/1920036681710993603?s=48&t=TYQpZk9GYbxE_Un686FYnA
इससे पहले फैक्ट चेक यूनिट ने गुरुवार को पंजाब के अमृतसर में एक सैन्य अड्डे पर हमले करने के पाकिस्तान द्वारा गढ़े गए एक और बयान को खारिज करते हुए कहा कि यह बयान झूठा और भ्रामक है. शमील जवानी (@ShamilJawani1) नामक एक पाकिस्तानी उपयोगकर्ता द्वारा साझा किए गए पोस्ट में अमृतसर बेस पर "कई लोगों के हताहत होने" और "कई लोगों के गंभीर रूप से घायल होने" का आरोप लगाया गया था, जिसमें #IndiaPakistanWar, #OperationSindoor और #Pakistan जैसे हैशटैग का इस्तेमाल किया गया था. पीआईबी फैक्ट चेक ने वीडियो को "फर्जी" करार दिया और असत्यापित जानकारी के प्रसार के खिलाफ चेतावनी जारी की, इसे "पाकिस्तान प्रोपेगैंडा अलर्ट" करार दिया. 
 
यूनिट ने स्पष्ट किया कि दावे के साथ दिया गया वीडियो 2024 के जंगल की आग का एक पुराना क्लिप है, जो किसी भी सैन्य अभियान या हमले से संबंधित नहीं है. पीआईबी ने लोगों से सटीक अपडेट के लिए केवल भारत सरकार के आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करने का आग्रह किया. 
 
पीआईबी ने अपने पोस्ट में कहा, "पाकिस्तान स्थित हैंडल अमृतसर में सैन्य अड्डे पर हमले का झूठा आरोप लगाते हुए पुराने वीडियो फैला रहे हैं. #PIBFactCheck: शेयर किया जा रहा वीडियो 2024 में लगी जंगल की आग का है. असत्यापित जानकारी साझा करने से बचें और सटीक जानकारी के लिए केवल भारत सरकार के आधिकारिक स्रोतों पर भरोसा करें." ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी शिविरों को निशाना बनाकर भारत द्वारा किए गए सटीक मिसाइल हमलों के बाद पाकिस्तानी पक्ष भारत के खिलाफ गलत सूचना युद्ध में कूद पड़ा है.