मक्का. आगामी हज सीजन से पहले, सऊदी अरब के वरिष्ठ विद्वानों की परिषद ने पुष्टि की है कि परमिट प्राप्त किए बिना हज पर जाना स्वीकार्य नहीं है. परिषद का बयान आंतरिक मंत्रालय, हज और उमरा मंत्रालय और ग्रैंड मस्जिद और पैगंबर की मस्जिद मामलों की देखभाल के लिए सामान्य प्राधिकरण की एक प्रस्तुति के बाद जारी किया गया था.
सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) ने एक बयान में कहा, ‘‘परिषद शरिया कानून का पालन करने, हज की सुविधा देने और पवित्र स्थलों की पवित्रता की रक्षा करने के लिए परमिट प्राप्त करना अनिवार्य करती है.’’
परिषद की व्याख्या के अनुसार, बिना परमिट के हज करना पाप माना जाता है. परिषद का कहना है कि हज सीजन के आयोजन के लिए जिम्मेदार सरकारी एजेंसियां सुरक्षा, स्वास्थ्य, आवास, खानपान और अन्य सेवाओं को कवर करते हुए एक व्यापक योजना बनाती हैं.
इसमें कहा गया है कि तीर्थयात्रियों की संख्या जितनी अधिक अधिकृत आंकड़ों के अनुरूप होगी, सेवा की गुणवत्ता उतनी ही बेहतर होगी और नुकसान का जोखिम उतना कम होगा. इसमें सड़कों पर सोने जैसी स्थितियों को रोकना शामिल है, जो उनकी आवाजाही और परिवहन को बाधित कर सकती है और भीड़भाड़ के कारण हताहत हो सकती है.
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