बेंगलुरु
संसदीय रक्षा स्थायी समिति (SCoD) ने 22-23 अगस्त को बेंगलुरु का अध्ययन दौरा किया, जहाँ रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) अधिकारियों के साथ विभिन्न कार्यक्रमों और परियोजनाओं के उन्नयन की स्थिति पर चर्चा हुई। समिति को विमानन प्रणालियों और प्रौद्योगिकियों में प्रगति और नवाचार की जानकारी दी गई।
समिति, जिसकी अध्यक्षता लोकसभा सांसद राधा मोहन सिंह ने की, ने शुक्रवार को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की विभिन्न इकाइयों का भी दौरा किया। एचएएल के सीएमडी डॉ. डी.के. सुनील और वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति का स्वागत किया और आधुनिकीकरण योजनाओं तथा स्वदेशीकरण परियोजनाओं की प्रगति का ब्यौरा साझा किया।
समिति के सदस्यों ने हेलिकॉप्टर डिवीजन, एलसीए तेजस डिवीजन और एयरक्राफ्ट डिवीजन का दौरा किया। इस दौरान एचएएल ने एलसीए मार्क-1ए लड़ाकू विमान, हिंदुस्तान टर्बो ट्रेनर-40, हिंदुस्तान जेट ट्रेनर ‘यशस’, हॉक-आई, ध्रुव एएलएच और लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर का उड़ान प्रदर्शन भी दिखाया।
इस बीच, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में स्वदेशी रक्षा क्षमता में हुई प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि एचएएल को 97 तेजस लड़ाकू विमानों के लिए 66,000 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है, जो पहले के 83 विमानों (48,000 करोड़ रुपये) के ऑर्डर के अतिरिक्त है। उन्होंने कहा, “तेजस विमान भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का शानदार उदाहरण है। हम पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान और इंजन निर्माण की दिशा में भी कदम बढ़ा रहे हैं।”