वॉशिंगटन डीसी,
अमेरिकी सेना ने बुधवार को पूर्वी प्रशांत महासागर में अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र से गुजर रहे एक जहाज पर हमला कर चार कथित ‘नार्को-आतंकियों’ को मार गिराया। यह कार्रवाई युद्ध मंत्री पीट हेगसेथ के निर्देश पर की गई। यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सदर्न स्पीयर’ का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में मादक पदार्थों की तस्करी पर रोक लगाना है।
लैटिन अमेरिका और कैरेबियाई क्षेत्र में अमेरिकी सैन्य गतिविधियों की निगरानी करने वाले यूएस साउदर्न कमांड ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर बताया कि यह जहाज पूर्वी प्रशांत में एक ज्ञात नार्को-तस्करी मार्ग से गुजर रहा था। खुफिया जानकारी के अनुसार, जहाज एक नामित आतंकवादी संगठन द्वारा संचालित किया जा रहा था और मादक पदार्थों की तस्करी में शामिल था। हमले में चार पुरुष मारे गए, जबकि किसी भी अमेरिकी सैन्यकर्मी को नुकसान नहीं पहुंचा।
इससे पहले मंगलवार को भी साउदर्न कमांड ने अंतरराष्ट्रीय जलक्षेत्र में ऐसे ही तीन जहाजों पर हमले किए थे, जिनमें आठ कथित नार्को-आतंकी मारे गए थे। अमेरिकी सेना के बयानों के अनुसार, इस अभियान की शुरुआत से अब तक संदिग्ध ड्रग तस्करी से जुड़े जहाजों पर किए गए हमलों में कम से कम 95 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस महीने 4 दिसंबर को भी अमेरिकी बलों ने पूर्वी प्रशांत में एक संदिग्ध ड्रग जहाज पर हमला कर चार लोगों को मार गिराया था। हालांकि, इस सैन्य अभियान की वैधता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। कुछ डेमोक्रेट सांसदों और कानूनी विशेषज्ञों ने इन हमलों को संभावित युद्ध अपराध करार दिया है। वहीं, ट्रंप प्रशासन ने मारे गए लोगों को “गैरकानूनी लड़ाका” बताते हुए अपने कदम का बचाव किया है।
यह अभियान वेनेजुएला पर बढ़ते अमेरिकी दबाव का भी हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें सैन्य तैनाती और नए प्रतिबंध शामिल हैं।






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